मोगा में खालिस्तानी झंडा फहराने वाले आरोपियों में 1 काबू, पूछताछ दौरान किए बड़े खुलासे

punjabkesari.in Friday, Aug 21, 2020 - 03:29 PM (IST)

मोगा(आजाद): जिला पुलिस मुखी हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि 14 अगस्त को सुबह जिला प्रबंधकीय काम्प्लैक्स मोगा पर खालिस्तान का झंडा फहराने के मामले में 3 कथित आरोपियों की पहचान की गई है, जिनमें से अकाशदीप सिंह उर्फ मुन्ना (19) निवासी गांव साधूवाला को काबू कर लिया गया है, जबकि उसके 2 साथी जसपाल सिंह उर्फ मिंटा तथा इंदरजीत सिंह गिल दोनों निवासी गांव रौली की गिरफ्तारी बाकी है। 

जिला पुलिस मुखी ने कहा कि सिख्स फार जस्टिस के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने बयान दिया था कि सरकारी इमारतों पर खालिस्तान का झंडा फहराने वालों को 2500 डालर इनाम दिया जाएगा, के लालच में आकर उक्त नौजवानों ने यह देश विरोधी कार्य किया है। आरोपियों जसपाल सिंह व इंदरजीत सिंह ने 13 अगस्त को दोपहर 1:30 बजे इस जगह की रेकी की थी। सायं को जसपाल सिंह व इंदरजीत सिंह ने व्हाट्स एप कॉल द्वारा आकाशदीप को इस साजिश बारे बताया था। 14 अगस्त को ये तीनों सुबह 8 बजे मोटरसाइकिल पर जिला प्रबंधकीय काम्प्लैक्स में पहुंचे।जसपाल सिंह व इंदरजीत ने नैसले के गेट पर आकाशदीप को उतारकर उसको झंडा फहराने की वीडियो रिकार्डिंग करने के लिए कहा। गिल ने बताया कि जसपाल व इंदरजीत ने जिला प्रबंधकीय काम्प्लैक्स के ऊपर जाकर झंडा लगा दिया तथा वापसी के समय पहले से फहरा रहे तिरंगे को नुक्सान पहुंचाया तथा साथ ही गांव रौली को ले गए। 

तीनों गांव रौली में इकट्ठे हुए, जिस उपरांत आकाशदीप ने वीडियो जसपाल को भेज दी। जसपाल ने उस वीडियो को गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा वीडियो में बताए नंबर पर भेज दिया। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर पुलिस ने आकाशदीप को बङ्क्षठडा से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ दौरान आकाशदीप ने माना कि वह यू-ट्यूब पर सिख्स फार जस्टिस द्वारा डाली वीडियो से प्रभावित होकर अमीर होने के लिए गुमराह हो गए थे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में  पुलिस स्टेशन मोगा में मामला दर्ज किया है। आरोपी आकाशदीप सिंह को वीरवार को अदालत में पेश किया गया जहां से उसका 22 अगस्त तक पुलिस रिमांड दिया गया।


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Vaneet

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