104 वर्षीय मां को 82 वर्षीय पुत्र ने बनाया अंतर्राष्ट्रीय धावक

punjabkesari.in Monday, May 13, 2019 - 10:02 AM (IST)

पटियाला/बारन(इंद्र खरोड़): जिंदगी में यदि कुछ करने की चाहत हो और इरादे मजबूत हों तो किसी मंजिल को पाना कठिन नहीं। इस तरह की मिसाल पैदा की है 104 वर्षीय माता मान कौर ने। उम्र के इस पड़ाव पर जहां लोगों के घुटने जवाब दे देते हैं, वहीं माता मान कौर अंतर्राष्ट्रीय धावक बन कर लोगों के लिए प्रेणना बनी हैं। 

शाही शहर पटियाला की शान माता मान कौर ने 93 साल की उम्र में दौडऩा शुरू किया। कोच की भूमिका उनके 82 वर्षीय पुत्र गुरदेव सिंह निभा रहे हैं। पहली बार माता मान कौर ने चंडीगढ़ में हुई वर्ल्ड मास्टर गेम्ज में भाग लिया और उस के बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। अलग-अलग देशों में हुए वल्र्ड मास्टर्ज एथलैटिक्स मुकाबलों में 80 के करीब मैडल जीते, जिनमें से 35 गोल्ड मैडल हासिल किए। इसके अलावा उन्होंने 4 वल्र्ड रिकार्ड बनाए और विश्व की 10 सिख प्रसिद्ध महिलाओं में नाम दर्ज करवाया। कई विदेशों के स्पोर्ट्स कैलेंडरों और मैगजीनों के फ्रंट कवर पर स्पोर्ट्स संस्थाओं की तरफ से फोटो लगा कर माता मान कौर का गौरव बढ़ाया गया। यही बस नहीं दौडऩे का जुनून माता मान कौर को और बुलंदियों पर लेकर जाएगा जिसकी तैयारियां जारी हैं। माता मान कौर ने कई विश्व रिकार्डों को अपने नाम करने का लक्ष्य रखाहै।

अलग-अलग देशों में हुई दौड़ों में जीते गोल्ड मैडल
-2011 में माता मान कौर को भारत की तरफ से धावक घोषित किया गया। 
- 2012 में ताईवान में हुई एशिया मास्टर गेम्ज में 100 मीटर दौड़ में गोल्ड मैडल 
-2013 में कैनेडा में हुई वल्र्ड सीनियर गेम्ज में 5 गोल्ड। 
-2013 अमरीका में हुई मास्टर सीनियर गेम्ज में 5 गोल्ड
-2016 में अमरीका में हुई मास्टर गेम्ज में 4 गोल्ड मैडल जीते।
-2017 में आकलैंड वल्र्ड मास्टर गेम्ज में गोल्ड मैडल जीते व जैवलीन थ्रो और शाट-पुट में बनाया विश्व रिकार्ड।
- 2018 में स्पेन के मालांगा में 100 से 104 साल की उम्र के बुजुर्गों के आयोजित वल्र्ड मास्टर एथलैटिक मुकाबलों में 200 मीटर की दौड़ में जीते 2 गोल्ड।
-2019 में पोलैंड में हुई वल्र्ड मास्टर गेम्ज में शाट-पुट में जीते गोल्ड और 100-200 मीटर में जीते 4 गोल्ड।

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