11 नहरी पानी आधारित प्रोजैक्टों से 1200 गांवों के लोगों को होगी पानी की आपूर्ति: रजिया

punjabkesari.in Friday, Jan 15, 2021 - 11:41 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब के भूजल स्रोतों की जांच और निगरानी से पता चला है कि मालवा बैल्ट के कुछ क्षेत्र यूरेनियम और फ्लोराइड से जबकि माझा के कुछ गांव आर्सेनिक से प्रभावित हैं। अब तक 815 बस्तियां आर्सेनिक, 319 बस्तियां फ्लोराइड और 252 बस्तियों का भूजल यूरेनियम से प्रभावित होने का पता चला है। राज्य के ऐसे खराब पानी वाले गांवों को साफ पानी की सप्लाई मुहैया करवाने के लिए जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग द्वारा ऐसे गांवों को नहरों से पानी लेकर साफ पानी की सप्लाई करने को प्राथमिकता दी जा रही है। 

पंजाब की जल आपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री रजिया सुल्ताना ने बताया कि राज्य के 6 जिलों मोगा, अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, पटियाला और फतेहगढ़ साहिब में 11 नहरी पानी आधारित जल आपूर्ति प्रोजैक्ट शुरू किए गए हैं, इनमें से मोगा जिले का प्रोजैक्ट इसी महीने चालू हो जाएगा और बाकी 9 प्रोजैक्ट दिसम्बर, 2022 तक लागू कर दिए जाएंगे। इनमें से एक प्रोजैक्ट मार्च, 2022 तक मुकम्मल हो जाएगा। यह प्रोजैक्ट मुकम्मल होने पर मोगा, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, अमृतसर, तरनतारन और गुरदासपुर जिलों के तकरीबन 1200 गांवों को साफ पानी मुहैया होगा। 

विभाग द्वारा खराब भूजल वाले गांवों में कम्युनिटी वाटर ट्रीटमैंट प्लांट/आर.ओ. प्लांट लगाकर लोगों को साफ पानी मुहैया करवाने के यत्न भी किए जा रहे हैं।  
मंत्री ने बताया कि कुल लागत 1249 करोड़ रुपए के इन प्रोजैक्टों के पूरा हो जाने से कुल 1205 गांवों के 3 लाख 9 हजार 302 घरों को लाभ पहुंचेगा। उन्होंने बताया कि मोगा जिले में चल रहा प्रोजैक्ट फरवरी 2017 में शुरू किया गया था। इस प्रोजैक्ट के मुकम्मल होने से जिले के बाघापुराना और निहाल सिंह वाला ब्लॉकों के 85 गांवों के 67,000 घरों को शुद्ध पानी मिलेगा। 

Sunita sarangal