अब 11 लड़कियां भी फंसी नशे की दलदल में, पति और प्रेमियों ने बनाया आदी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 03, 2019 - 01:36 PM (IST)

होशियारपुर: नशों की दलदल में अब सिर्फ लड़के ही नहीं, बल्कि लड़कियां भी फंसती जा रही हैं। होशियारपुर के सिविल अस्पताल में चल रहे ओ.एस.टी. सैंटर में करीब 300 नौजवान नशा छोडऩे के लिए अपना इलाज करवा रहे हैं। वहीं नशे के साथ पीड़ित 11 लड़कियां भी यहां इलाज करवाने आईं हैं। वह भी लड़कों की तरह नशा छोडऩे को लेकर रोजाना यहां से दवा ले रही हैं। इनमें से कुछ लड़कियां विवाहित होने के बावजूद नशों की दलदल में फंसी हैं जबकि कुछ प्रेमियों के कारण नशों की दलदल में फंस चुकी हैं। दवाई खाने के बाद यहां सारा दिन अस्पताल में रुकती हैं। इनको देख कर लोग भी परेशान हो जाते हैं। बताने योग्य है कि यह लड़कियां पिछले तीन महीनों से यहां रजिस्टर्ड हुई हैं। इन लड़कियों के मामलों में तीन मामले ऐसे हैं, जहां इनका मायका परिवार, ससुराल परिवार और साथी भी कोई साथ नहीं दे रहे।

नशे का टीका लगाने से पड़ा टीके वाली नाम 
एक लड़की ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि उसके माता-पिता ने जो कुछ वह पाना चाहती थी, वह सबकुछ दिया। पढ़ाई दौरान उसके प्रेम सम्बन्ध एक नौजवान के साथ बन गए थे। घर में पता लगा तो परिवार ने विदेशी लड़के के साथ विवाह कर दिया। उसने बताया कि पति जब भी सम्बन्ध बनाता था तो वह पहले खुद को कोई नशीला टीका लगाता था। एक दिन उसने नशे का टीका लगा लिया। करीब 4 बार टीका लगाने के बाद उसने रोजाना नशे का टीका लगाना शुरू कर दिया। 20 दिनों के बाद पति विदेश चला गया। अब उसे विदेश गए तीन साल हो चुके हैं, वह वापस नहीं आया परन्तु उसे रोजाना टीका लगाने की आदत पड़ गई। इसी करके उसका नाम टीके वाली के नाम के साथ मशहूर हो गया। उसने बताया कि अब उसका कोई भी नहीं है। किसी के साथ भी कोई सम्बन्ध नहीं रहा। उसने बताया कि नशे के नाम पर वह बदनाम हो गई और इसको हमेशा के लिए छोडऩा चाहती है। इसी तरह कईयों के प्रेमी भी नशे के आदी थे, जिन्होंने लड़कियों को नशे की दलदल में धकेल दिया। 

Vaneet