वर्ष 2019 में सख्ती: बार्डर पर 1135 करोड़, लैंड रुट्स में पकड़ी 4295 करोड़ की हैरोइन

punjabkesari.in Wednesday, Jan 01, 2020 - 11:29 AM (IST)

अमृतसर(नीरज): पंजाब व जम्मू-कश्मीर बार्डर पर हैरोइन तस्करी के मामले में बी.एस.एफ. की सख्ती के चलते बार्डर पर हैरोइन तस्करों की गतिविधियां कम रहीं, लेकिन लैंड रुट्स के जरिए यह तस्करों की गतिविधियां लगभग 4 गुना तक बढ़ गई। कांग्रेस सरकार सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की तरफ से नशे के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया गया था जिसके चलते बी.एस.एफ. ने भी बार्डर पर चौकसी करने में कोई कमी नहीं छोड़ी।

बी.एस.एफ.की तरफ से जब्त की गई हैरोइन के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि वर्ष 2019 के दौरान बी.एस.एफ.ने पंजाब बार्डर पर 227 किलो हैरोइन को जब्त किया जिसकी अंतर्राष्ट्रीय मार्कीट में कीमत 1135 करोड़ रुपए के लगभग मानी जा रही है। इससे पहले वर्ष 2018 में 229 किलो हैरोइन जब्त की गई जिसकी कीमत 1145 करोड़ रुपए के लगभग मानी गई। इसकी तुलना वर्ष 2017 में बी.एस.एफ.ने पंजाब बार्डर पर 279 किलो हैरोइन को जब्त किया जिसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय मार्कीट में 1395 करोड़ रुपए थी। यानि 2019 में 260 करोड़ रुपए की कीमत की हैरोइन की तस्करी नहीं हुई है। इसकी तुलना में हैरोइन तस्करों ने बार्डर की बजाय अन्य लैंड रुट्स का अपनाया जिसमें आई.सी.पी.अटारी बार्डर पर 532 किलो हैरोइन, जम्मू-कश्मीर में एन.सी.बी.की तरफ से लगभग 200 किलो हैरोइन व कस्टम विभाग की तरफ से बार्टर ट्रेड के दौरान 77 किलो हैरोइन को जब्त किया। इसके अलावा पुलिस की तरफ से अलग-अलग केसों में 50 किलो के लगभग हैरोइन जब्त की गई जो कुल मिलाकर 895 किलो के लगभग रही और इसकी अंतर्राष्ट्रीय मार्कीट में कीमत 4295 करोड़ रुपए के करीब आकी गई।

हैरोइन तस्करों व आतंकवादियों ने मिलाया हाथ
वर्ष 2019 के दौरान पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई.के इशारे पर पाकिस्तान व भारत में सरगर्म हैरोइन तस्करों व आतंकवादियों ने भी हाथ मिला लिया। जम्मू-कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित इलाकों में बड़ी मात्रा में हैरोइन की खेप जब्त की गई जबकि पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियार फैंके गए। अमृतसर के निरंकारी भवन व कुछ अन्य इलाकों में ग्रेनेड हमला व धार्मिक दृष्टि से गण्यमान्य पर भी हमले किए गए जिसको सुरक्षा एजैंसियों की तरफ से सख्ती के साथ निपटा गया। यह चुनौती वर्ष 2020 में भी रहेगी और इसके लिए सभी सुरक्षा एजैंसियों को मिलकर मोर्चा संभालने की जरूरत है।


गिरफ्तार हुए थे तस्करी के किंगपिन बिल्ला सरपंच व अमनदीप सरपंच
वर्ष 2019 के दौरान हैरोइन तस्करी व सोने की तस्करी का किंगपिन गांव हवेलियां का तथाकथित सरपंच बलविन्दर सिंह बिल्ला हवेलियां व तरनतारन के ही कस्बा सरहाली के गांव ठट्ठा का पूर्व सरपंच अमनदीप सिंह पंजाब पुलिस के हत्थे चढ़ा। बिल्ला सरपंच को तो इसी वर्ष में दो बार उम्रकैद की सजा भी अदालत की तरफ से सुना दी गई है। इतना ही नहीं हैरोइन तस्करी व सोना तस्करी के लगभग 25 केसों में वांछित चल रहे बिल्ला सरपंच की हाल ही में तरनतारन पुलिस की तरफ से प्रापर्टी को जब्त कर लिया गया है जबकि यह काम वर्षों पहले हो जाना चाहिए था।


एन.आई.ए. व कस्टम विभाग में हुआ टकराव
वर्ष 2019 में देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजैंसी एन.आई.ए. (नैशनल सिक्योरिटी एजैंसी) व कस्टम विभाग के बीच भी टकराव देखने को मिला। आई.सी.पी.अटारी पर जब्त की गई 532 किलो हैरोइनका केस एन.आई.ए.ने कस्टम विभाग के हाथ से छीन लिया और इसके लिए अदालत में लड़ाई लड़ी। एन.आई.ए.का तर्क था कि यह केस उनको मिलना चाहिए जबकि कस्टम विभाग का तर्क था कि आई.सी.पी.अटारी कस्टम क्षेत्र है और कस्टम एक्ट के तहत इस केस की जांच कस्टम विभाग ही कर सकता है लेकिन अदालत ने एन.आई.ए.के पक्ष में फैसला सुना दिया। हालांकि एन.आई.ए.की टीम कस्टम विभाग की जांच से एक इंच भी आगे नहीं बढ़ पाई है।


 

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