बठिंडा में गर्भवती गऊओं को चारे में दी यूरिया, 15 की हत्या(video)

punjabkesari.in Thursday, Jun 28, 2018 - 09:51 PM (IST)

बठिंडा(बलविंद्र): आज यहां गौशाला में चने के साथ यूरिया डालकर 15 गर्भवती गऊओं की हत्या कर दी गई, जबकि एक की हालत गंभीर है। इसके अलावा गऊओं के मरने का कारण कच्चे चने भी माना जा रहा है। डाक्टरों का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही असलीयत सामने आ सकेगी, फिलहाल वह पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकते।

क्या है मामला
डबवाली रोड, बठिंडा पर स्थित बाल गोपाल गौशाला के एक बाड़े में 16 गर्भवती गऊएं बीमार होकर गिर गई, जिनकी एक -एक कर मौत होने लगी। मौके पर सरकारी पशु अस्पताल के डाक्टरों को भी बुलाया गया, जिन्होंने इलाज भी शुरू किया। परन्तु इस दौरान 15 गऊओं की मौत हो गई, जबकि एक और की हालत गंभीर है।

समझ लिया चीनी
गौशाला के एक कर्मी का कहना था कि आज सुबह एक व्यक्ति गट्टे में चने देकर गया था, जिसमें कुछ सफेद पदार्थ था। उसने इस चिट्टे पदार्थ को चीनी समझ लिया। कर्मी ने उक्त चने का गट्टा गर्भवती गऊओं के हरे चारे में मिला दिया। यही हरा चारा खाने से गऊओं की मौत होने का शक है। 

यूरिया मिलाने का शक
पशु पालन विभाग के डिप्टी डायरैक्टर डा. एस.डी. जिंदल ने कहा कि शक है कि हरे चारे में यूरिया मिला हुआ था जो गऊओं ने खा लिया और उनकी मौत हो गई। पांच गऊओं का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है, जबकि हरे चारे के सैंपल भी भरे गए हैं। यह रिपोर्ट आने के बाद ही असलीयत सामने आएगी।

पुलिस मामले की जांच कर रही: एस.पी.
एस.पी. सिटी गुरमीत सिंह ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। पता चला है कि कच्चे चने खाने से भी ऐसा हो जाता है। फिर भी हर पहलू पर नजर रखी जा रही है। अगर कोई आरोपी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।  

हमारे लिए यह दुख की घड़ी: कुशला
गौशाला के महांमंत्री साधु राम कुशला ने कहा कि यह किसी शरारती अनसर का काम भी हो सकता है, जोकि धार्मिक संस्थाओं को भड़का कर ङ्क्षहदुओं को आपस में लड़ाना चाहते हैं। ङ्क्षहदू संगठन गौशाला को पूर्ण सहयोग दे रही है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मांग की मामले को गंभीरता से लेते हुए असलीयत सामने लाई जाए। 

 

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