मकर संक्रांति वाले दिन 17 वर्षीय पाकिस्तानी बच्चा मुबशर बिलाल लौटेगा पाकिस्तान

punjabkesari.in Thursday, Jan 09, 2020 - 10:48 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): भारत व पाकिस्तान के बीच जारी तल्खी के बीच आज वीरवार को भारत सरकार ने पंजाब के होशियारपुर जुवेनाईल जेल में बंद चल रहे 17 वर्षीय पाकिस्तानी बेबस मुबशर बिलाल को रिहा करने की जैसे ही आदेश दिए सीमा पार पाकिस्तान के कसूर जिले के वजीरपुर गांव में बिलाल के परिवार में खुसी की लहर दौड़ पड़ी। भारत सरकार ने अपने आदेश में साफ तौर पर कहा है कि 14 जनवरी से पहले बिलाल की रिहाई के सभी कार्रवाही पूरी कर लें ताकी 14 जनवरी को मुबशर बिलाल को सुरक्षा प्रबंध के बीच बाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंपने में कोई बाधा उत्पन्न ना हो।

प्रधानमंत्री मोदी ने मानवीय भावनाओं का किया है ख्याल
पाकिस्तान में इस मामले को उठा रहे पत्रकारों के अनुसार आज जैसे ही बिलाल को भारत सरकार की तरफ से रिलीज ऑर्डर जारी करने की सूचना मिली परिवार में सभी लोग खुशी से झूम उठे। बिलाल के पिता मो.अकबर के अनुसार बिलाल कोई आतंकवादी नहीं था। मेरी डॉट से परेशान हो गलती से भारत के तरनतारन के खेमकरण बॉर्डर को पार कर भारतीय सीमा में चला गया था। मो.अकबर के साथ साथ बिलाल के सभी परिजनों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि भारत सरकार ने मानवीय भावनाओं का ख्याल कर जिस तरह बेकसूर बिलाल की रिहाई कर रही है हम उसका शुक्रगुजार हैं।

पाकिस्तान में परिवार पथराई आंखों से कर रहा बिलाल का इंतजार
होशियारपुर जुबेेनाइल होम में अपनी सजा पुरी करने के बावजूद पिछले डेढ़ साल से कैद की सजा काटने को मजबूर मुबशर बिलाल की रिहाई को लेकर पाकिस्तान के कसूर जिले में स्थित उसके गांव वजीरपुर बिलाल के ना सिर्फ माता-पिता बल्कि उसके 5 भाई व 4 बहनें भी पथराई आंखों से बिलाल का इंतजार करने को मजबूर चल रहे थे।
बिलाल के पिता मो.अकबर का कहना है कि बिलाल कोई आतंकी नहीं जिसे रिहा करने में इतनी देरी हो रही थी। मेरा बेटा बेकसूर था व भारत में जिस तरह मानवाधिकार संगठन व भारत सरकार भी बिलाल की रिहाई में सहयोग कर रहे थे उससे हम सभी को उम्मीद थी कि मेरा बिलाल एक दिन घर जरू र लौटेगा। 

मार्च 2018 में पिता की डांट सुन कर गया था सीमा पार
गौरतलब है कि मार्च 2018 में घर में पिता मो.अकबर की पड़ी डांट से बिलाल घर से रूठ कर अपने घर से महज 400 मीटर दूर भारतीय सीमा में तरनतारन जिले के खेमकरण सीमा को पार कर गया था। भारतीय सेना ने उसको सीमा के पास से गिरफ्तार कर लिया था। मुबशर बिलाल पर 1 मार्च 2018 को थाना खेमकरण में भारतीय पासपोर्ट एक्ट 1920 की धारा 3, 34, 20 व फार्नर एक्ट 1946 की सेक्शन 14 के तहत केस दर्ज किया था। उस समय से मुबशर होशियारपुर की जेल में बंद है। बिलाल को तरनतारन की अदालत जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने 6 माह बाद 6 सितंबर 2018 को बरी कर दिया था फिर भी पिछले 16 महीनों से बेबस बिलाल जेल में बंद चल रहा था। 

सुरक्षा प्रबंध के बीच 14 जनवरी को रिहा होगा बिलाल: डी.सी.
संपर्क करने पर वीरवार देर सायं डी.सी.ईशा कालिया ने बताया कि भारत सरकार की तरफ से पाकिस्तानी किशोर मुबशर बिलाल उर्फ मुबारक को रिहा करने के आदेश हमें मिल गई है। रिहाई से सभी पहले आवश्यक डॉक्यूमैंट तैयार होते ही जिला प्रशासन की तरफ से कड़ी सुरक्षा प्रबंध के बीच 14 जनवरी को बिलाल को बाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी अधिकारियों के जरिए परिवार को सौंप दिया जाएगा।
 

Mohit