1984 के दंगों का इस्तेमाल कर एक कमरे के फ्लैट से आलीशान बंगलों के मालिक बने फूलका: बब्बर

punjabkesari.in Thursday, Sep 13, 2018 - 08:40 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): एक तरफ ‘आप’ विधायक हरविंद्र सिंह फूलका की तरफ से इस्तीफा देने की तारीख नजदीक आ रही है, वहीं दूसरी तरफ फूलका के खिलाफ राजनीतिक बयानबाजी का दौर गर्मा गया है। अब दिल्ली के ही एक सिख एक्टिविस्ट गुरचरन सिंह बब्बर ने फूलका पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें खुली बहस की चुनौती दी है। 

ऑल इंडिया सिख कांफ्रैंस के प्रधान गुरचरन सिंह बब्बर ने विधायक फूलका को 1984 के मामलों पर खुद को चमकाने वाला करार दिया। बब्बर ने कहा कि ऊपरी तौर पर देखने वाले हरेक को लगता है कि एच.एस. फूलका 1984 के दंगा पीड़ितों के लिए बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं, जबकि असलियत यह है कि 1984 के दंगों का इस्तेमाल करके ही एच.एस. फूलका वैस्पा स्कूटर व एक कमरे के फ्लैट से कई लग्जरी गाडिय़ों और आलीशान बंगलों के मालिक बन गए। बब्बर ने कहा कि फूलका की सम्पत्ति अब 300 करोड़ तक पहुंच चुकी है। 

बब्बर ने कहा कि 1984 के दंगों के बाद रंगानाथ मिश्र कमीशन के सामने दंगाइयों द्वारा मारे गए सिखों की विधवाओं के शपथ-पत्र दाखिल किए थे। लेकिन उक्त सभी शपथ-पत्रों को रंगानाथ कमीशन ने सुनवाई के बाद रद्द कर दिया। बब्बर ने कहा कि फूलका यह साबित कर दें कि उन शपथ-पत्रों में कहीं भी किसी कांग्रेसी नेता, जो कि दंगों के लिए जिम्मेदार थे, का नाम उन्होंने शामिल किया हो या फिर किसी पुलिसवाले का नाम ही लिया हो। बब्बर ने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया था, क्योंकि एक बड़ी साजिश के तहत कांग्रेस पार्टी व उसके नेताओं को क्लीनचिट दिलवाई जानी थी। 

किसी भी मंच पर खुली बहस को तैयार
बब्बर ने दावा किया कि फूलका को सुप्रीम कोर्ट में सीनियर वकील के तौर पर प्रोमोट किया जाना भी इसी डील के अंतर्गत किया गया था। गुरचरन सिंह बब्बर ने कहा कि वह भी दंगा पीड़ितों के लिए काम करते रहे हैं लेकिन कभी इसका श्रेय लेने की चेष्टा नहीं की। बब्बर ने कहा कि वह अपने तथ्यों को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं और यदि फूलका को ये बातें गलत लगती हैं तो वह किसी भी मंच पर खुली बहस के लिए तैयार हैं। 

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