1984 नसलकुशी में निर्दोष सिखों के कत्लेयाम पीछे कांग्रेस का हाथ साबित हुआः बादल

punjabkesari.in Monday, Dec 17, 2018 - 08:52 PM (IST)

संगरूर (बेदी, यादविन्दर, हरजिन्दर): शिरोमणी अकाली दल के प्रधान सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट की तरफ से सामूहिक कत्ल के एक केस में राजीव गांधी के दाहिने हाथ के तौर पर जाने जाते सीनियर कांग्रेसी नेता सज्जण कुमार को सजा सुनाए जाने से 1984 में हुए निर्दोष सिखो के कत्लेयाम पीछे कांग्रेस का हाथ पूरी तरह साबित हो गया है।

यहां पत्रकारों के साथ बातचीत करते अकाली दल के प्रधान ने कहा कि हम पहले दिन से यह बात कहते आ रहे है कि 1984 में दिल्ली की गलियों मे सिखों के सामूहिक कत्लेयाम की योजना कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार ने घड़ी थी और इसको अमली जामा पहनाया था। हम यह भी कहते आ रहे है कि इस घिनौने काम में शामिल रहे सीनियर कांग्रेसी नेताओं की गांधी परिवार की तरफ से पुशतपनाही की जाती रही है। अब अदालतों ने भी यह कह दिया है कि आरोपियों को राजनैतिक पुशतपनाही की गई थी। इन सभी बातो की रोशनी में गांधी परिवार के लिए आवश्यक हो गया है कि सच बताए और इस बात का खुलासा करे कि इसने निर्देशों को कत्ल करने वाले खतरनाक अपराधियों को अपने बीच क्यो रखा था?

यह टिप्पणी करते कि आरोपियों की पुशतपनाही करना अभी तक भी जारी है, सरदार बादल ने कहा कि गांधी परिवार ने 1984 के आरोपियों को सदा ही ऊंचे पद देकर सम्मानित किया है। उन्होंने कहा अब भी जब इस कत्लेयाम के आरोपी सज्जण कुमार को दिल्ली हाई कोर्ट की तरफ से सजा दी जा चुकी है तो कांग्रेस की तरफ से एक दूसरे आरोपी कमल नाथ को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रसिद्व पत्रकार संजय सूरी ने एक चश्मदीद गवाह के हवाले से बताया है कि 1984 मे दिल्ली के रकाबगंज गुरूद्वारे के नजदीक जब सिख नौजवानों को जीते जलाया जा रहा था तो कमलनाथ वहां अपनी कार के पास खड़ा था। यह बहुत ही दुख की बात है कि इसके बावजूद कांग्रेस ने कमलनाथ इस ढंग के साथ इनाम दिया है। यह कहती कि अब आरोपियों के भागने के दिन बीत गए है। सिखों का कत्लेयाम करने वाले टाइटलर और नाथ सहित सभी कांग्रेसियों को अपने जुर्मो का हिसाब देना पड़ेगा, सरदार बादल ने कहा कि यह सब प्रधान मंत्री नरेन्दर मोदी की तरफ से निभाई सक्रिय भूमिका से संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के सिट बनाने और पुराने केसो को दोबारा खुलवाने के फैसले करके अब तक दो आरोपियों को सजा हो चुकी है। इसके इलावा ओर भी बहुत से केस कतार मे हैं और हमे पूरी उम्मीद है कि सिखो का कत्लेयाम करने के लिए सभी आरोपियों को उनके पापों की सजा मिलेगी।

सरदार बादल ने कहा कि इससे पहले पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपाई द्वारा बनाए नानावती कमीशन ने भी आरोपियों की शिनाख़्त करने और उनको कटघरो मे लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी परन्तु उसके बाद लगातार आई कांग्रेसी सरकारों ने सबूतों को खुर्द बुर्द करके आरोपियों को कानून के शिकंजे मे से निकाल दिया। उन्होंने कहा कि परन्तु अकाली दल ने पीडितों के केसों को अदालतों में बार-बार लाया और हम परमात्मा का धन्यवाद करते हैं कि पीड़ितों को आखिर इन्साफ मिलना शुरू हो गया है। इस मौके परमिन्दर सिंह ढीडसा, बाबू प्रकाश चंद गर्ग, बलदेव सिंह मान, विनरजीत सिंह गोलडी, इकबाल सिंह झून्दा, प्रितपाल सिंह हांडा, हरी सिंह नाभा, गुरबचन सिंह बची, इन्द्रमोहन सिंह लखमीरवाला, गुलजारी मुनक, गुरलाल सिंह फतेहगढ़़, परमजीत कौर विर्क, सुनीता शर्मा आदि उपस्थित थे।

Mohit