मेले दौरान हुए युवक के कत्ल में 2 आरोपी गिरफ्तार, मुख्यारोपी फरार

punjabkesari.in Tuesday, Feb 11, 2020 - 06:53 PM (IST)

जालंधर(मृदुल): बीती रात गुरु रविदास चौक के पास दोस्तों में हुई बहस के बाद सर्जिकल ब्लेड से हत्या करने के मामले में पुलिस ने वारदात में साथ देने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि पुलिस मुख्यारोपी को अब तक नहीं पकड़ पाई। पकड़े गए आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक दिन का रिमांड लिया है। 

ए.सी.पी. बलविंद्र इकबाल सिंह काहलों ने बताया कि बीती रात हुए कत्ल के मामले में एस.एच.ओ.-6 सुरजीत सिंह और ए.एस.आई. कश्मीर की टीम ने रातों-रात सभी आरोपी ट्रेस कर लिए थे। मृतक सर्बजीत उर्फ चीमा और मुख्यारोपी नीरज व उसके साथ आए साथी आपस में पड़ोसी हैं। वारदात में नीरज के साथ उसका बड़ा भाई सूरज, होशियारपुर का जोगी, बस्ती शेख के लसूड़ी मोहल्ला के साहिल, गोपाल और हिमाचल के कुंदन लाल शामिल थे, क्योंकि जिस वक्त नीरज ने सर्बजीत की गर्दन पर वार किया तो उक्त सभी आरोपी मौके पर मौजूद थे। पुलिस जांच में किसी भी आरोपी का कोई भी पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड सामने नहीं आया है। 

पकड़े गए आरोपी साहिल और उसके साथ मेला देखने हिमाचल से आए रिश्तेदार कुंदन लाल ने जांच में खुलासा किया कि नीरज और सर्बजीत का कुछ देर पहले किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। वैसे उनकी कोई पुरानी रंजिश नहीं थी। मेले के दौरान शराब के नशे में जब सर्बजीत और नीरज की हाथापाई हुई तो नीरज ने अपने भाई सूरज और बाकी साथियों को बुला लिया। साहिल ने बताया कि वह पहले नीरज के साथ निजी अस्पताल में नौकरी करता था जिसके कारण उसके पास हर वक्त सॢजकल ब्लेड रहता था। वारदात के वक्त भी उसने वही इस्तेमाल किया। उन्होंने खुलासा किया है कि मेले के कारण मंदिर में इतनी भीड़ थी कि उन्हें पता नहीं चला कि कब नीरज ने सर्बजीत पर वार कर दिया। 

मृतक सर्बजीत ने गोराया में एक साल पहले ही खोला था टैटू का शोरूम 
मृतक सर्बजीत ने एक साल पहले गोराया में टैटू का शोरूम खोला था। उसने पहले किसी टैटू मेकर से काम सीखा था। सर्बजीत की मां उसके पिता से अलग गोराया में रहती है और सर्बजीत का पिता आबादपुरा में रहता है। सर्बजीत पिता के पास कम और मां के पास गोराया में ज्यादा रहता था इसीलिए उसने कारोबार भी गोराया में ही खोला था। 

पूरे आबादपुरा में दहशत कि दोस्ती दुश्मनी में कैसे बदली
मृतक सर्बजीत और नीरज काफी पुराने दोस्त भी थे मगर इतनी पुरानी दोस्ती दुश्मनी में कैसे बदल गई, को लेकर पूरे आबादपुरा इलाके में हैरानी व दहशत का माहौल है। 

नीरज और उसका बड़ा भाई सूरज अड्डा होशियारपुर में लगाते हैं रेहड़ी 
पुलिस जांच में पता चला कि मुख्यारोपी नीरज और उसका बड़ा भाई सूरज अड्डा होशियारपुर रोड में फास्ट फूड की रेहड़ी लगाते हैं। पहले नीरज किसी निजी अस्पताल में नौकरी भी करता था मगर बाद में बड़े भाई के साथ ही फास्ट फूड का कारोबार करने लगा। कल गुरु रविदास जी के प्रकाश पर्व के कारण दोनों ने अपनी रेहड़ी नहीं लगाई। 

Edited By

Sunita sarangal