पाकिस्तान गए 2 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकले, टेस्टिंग करने वाले फार्मासिस्ट और मेडिकल आफिसर को किया

punjabkesari.in Sunday, Apr 19, 2020 - 01:25 PM (IST)

अमृतसर, दिलजीत शर्मा: पिछले दिनों पाकिस्तान रवाना हुए 41 पाक नागरिकों में से दो नागरिक पॉजीटिव आए है। इन लोगों की टेस्टिंग करने वाले रुरल हैल्थ फार्मासिस्ट और रुरल मेडिकल आफिसर को आईसोलेट कर दिया गया है। इसके बाद रुरल फार्मासिस्टों ने सेहत विभाग से पीपीई किट्स की मांग की है। सभी फार्मासिस्टों ने शनिवार को अपनी ड्यूटी का बायकॉट कर दिया और डीसी दफ्तर में एकत्रित हुए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उन्हें पीपीई किट्स, मास्क, सैनेटाईजर के साथ-साथ उन्हें पक्का किया जाए। तीन दिनों में अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो पूरे पंजाब भर के फार्मासिस्ट अपनी डयूटी का बायकॉट कर देंगे। 

डीसी दफ्तर में रुरल हैल्थ फार्मेसी आफिसर एसोसिएशन पंजाब के वाईस चेयरमैन कमलजीत चौहान और सीनियर उप प्रधान नवजोत कौर ने कहा कि 16 तारीख को सिविल सर्जन दफ्तर में सांसद गुरजीत सिंह औजला पहुंचे थे। उन्हें पीपीई किट्स सहित जरुरी सामान की मांग की गई थी और उन्हें आश्वासन मिला था कि शाम तक उन्हें सामान उपलब्ध हो जाएगा, लेकिन वह सिर्फ एक झूठा आश्वासन ही था। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें समय पर ही सामान उपलब्ध करवा दिया जाता तो उनके दो सदस्यों को आईसोलेट करने की जरुरत नहीं पड़नी थी। उन्होंने कहा कि रुरल हैल्थ फार्मेसी अफसर पेंडू विकास और पंचायत विभाग के कंट्रोल के अधीन पंजाब भर में 1186 सरकारी सेहत डिस्पैंसरियों में पिछले लगभग 14 सालों से कंट्रैक्ट पर सर्विस कर रहे है। अब पूरे भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप है, जिसकी रोकथाम के लिए सेहत विभाग द्वारा जारी किए फैसले के तहत इन डिस्पैंसरियों का कंट्रोल अपने अधीन लिया गया है।

मांग पूरी न हुई तो बायकॉट करेंगे- फार्मासिस्ट 
संबंधित स्टाफ रुरल फार्मेसी अफसरों की डयूटियां हाई रिस्क एरिया श्री हरिमंदिर साहिब, श्री दुर्ग्याणा मंदिर, एयरपोर्ट, धार्मिक स्थानों, अंतरराष्ट्रीय सरहदे, राष्ट्रीय सरहदों के साथ-साथ कोरोना मरीजों के घरों से कोरोना आईसोलेशन वार्ड तक डयूटिया निभा रहे है। ग्रामीण सेहत डिस्पेंसरियों में काम करते फार्मासिस्टों (रुरल हैल्थ फार्मेसी अफसर) पूरे विश्व में चल रही माहमारी कोरोना-19 जोकि पिछले महीने से पूरे पंजाब में पैर पसार चुकी है। इस भयानक महामारी में पूरे पंजाब की ग्रामीण डिस्पैंसरियों में काम करते फार्मासिस्ट जिनकी बिना किसी ट्रेनिंग के इस महामारी में फ्रंट पर डयूटियां लगा दी गई है। त्रासदी यह है कि पिछले 14 साल पहले 2006 में कैप्टन सरकार ने पेंडू सेहत डिस्पैंसरियों में इन्हें भर्ती किया था। तभी से ही अब तक हर प्राकृतिक आपदा एमरजेंसी हालातों और जंग जैसे हालातों में भी वारंट पर ड्यूटी निभाई है। उन्होंने कहा कि सेहत विभाग को उनकी कोई फिक्र नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उन्हें पीपीई किट्स, मास्क, सैनेटाईजर दिए जाए। इसके लिए तीन दिनों का समय देते है। अगर तीन दिन में उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो पूरे पंजाब में फार्मासिस्ट डयूटियों का बायकॉट करेंगे।

Author

Riya bawa