प्राइवेट अस्पताल ने कोरोना मरीज से वसूले 20 लाख, मजीठिया ने कहा-ऐसे अस्पताल का लाइसैंस रद्द हो

punjabkesari.in Wednesday, Aug 19, 2020 - 10:43 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): शिरोमणि अकाली दल ने कांग्रेस सरकार से अमृतसर में एक अस्पताल द्वारा कोरोना मरीज के शोषण की स्वतंत्र जांच के आदेश की मांग की है जिसने परिवार से मानदंडों के खिलाफ 20.5 लाख रुपए वसूल किए। वर्चुअल प्रैस कांफ्रैंस में पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया ने अस्पताल का लाइसैंस रद्द करने और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। 

मजीठिया ने कहा कि महामारी का फायदा उठाते हुए सविंद्र सिंह के परिवार को अस्पताल ने आॢथक रूप से निचोड़ लिया तथा 48 दिन बाद उसका निधन हो गया। उक्त अस्पताल ने पहले भी गरीब मरीज का शोषण कर 5.50 लाख वसूले थे। मामूली प्रभावित मरीजों से 15,000 रुपए वसूलने के मानदंडों के खिलाफ 42,500 रुपए प्रतिदिन की दर से चार्ज किए गए। अस्पताल ने सरकारी मानदंडों के अनुसार शुल्क लिया होता तो बिल 6.70 लाख से अधिक नहीं होता। चौंकाने वाली बात है कि पीड़ित परिवार से दवाइयों के 8 लाख और पी.पी.ई. किट के लिए 5 लाख एकत्र किए। अन्य मरीजों के अस्पताल से भाग जाने की खबरें मिली हैं। सविंद्र के परिजनों ने भी खुलासा किया कि कैसे अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें लूटा है। 

जब इस संबंध में अस्पताल प्रबंधकों से बात की गई तो उन्होंने इस बात को खारिज किया कि मरीज सविंद्र सिंह से सरकार की तरफ से तय रेटों से अधिक बिल चार्ज किया गया है। यह मरीज शूगर व कोरोना से पीड़ित था। वह 25 जून से 28 जुलाई तक कोविड प्रभावित इलाके में रहा। 16 जुलाई से जब सरकारी रेट लागू हुए तो उससे सरकारी रेट अनुसार बिल चार्ज किया गया। 28 जुलाई तक उसकी रिपोर्ट नैगेटिव नहीं आई। हालांकि उसे और भी कई सेहत समस्याएं थीं। उसे 29 जुलाई से 13 अगस्त दौरान गैर कोविड क्षेत्र में भेज दिया गया। अस्पताल की पूरी टीम इस घटना से बहुत दुखी है, क्योंकि वह पिछले 30 सालों से शहर की सेवा कर रही है।

Vaneet