कारगिल विजय के 20 वर्ष: इन जांबाजों की शहादत को देश का सलाम

punjabkesari.in Thursday, Jul 25, 2019 - 01:34 PM (IST)

दीनानगर(कपूर): कारगिल युद्ध का स्मरण होते ही भारतीय सेना के शौर्य के समक्ष समूह देशवासियों का सिर श्रद्धा से झुक जाता है क्योंकि यह युद्ध भारतीय सेना ने जिन कठिन परिस्थितियों में लड़ा उसकी मिसाल विश्व में और कहीं नहीं मिलती। 

1999 को पाक द्वारा भारत पर थोपे गए कारगिल युद्ध में जहां पूरे देश में 528 सैनिकों ने शहादत पाई वहीं शहीदों की जन्मभूमि जिला गुरदासपुर के 7 तथा जिला पठानकोट के एक वीर सैनिक ने कारगिल की बर्फीली पहाडिय़ों पर अद्भुत वीरता व शौर्य का प्रदर्शन कर अपने प्राणों की आहुति देकर अपना नाम शहीदों की सूची में स्वर्ण अक्षरों में अंकित करवा लिया। 

शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की ने कहा कि कारगिल के इन जांबाजों की अमूल्य शहादत को देश का सलाम है जिन्होंने देश के आने वाले कल के लिए अपना आज कुर्बान कर देश की भावी पीढ़ी में देशभक्ति की अलख जगा उनमें राष्ट्र पर मर मिटने का जज्बा भर दिया। आज देश कारगिल युद्ध के 20 वर्षों बाद उस युद्ध में शहादत का जाम पीने वाले रणबांकुरों को याद कर रहा है तथा इस युद्ध में भारतीय सेना के अद्भुत शौर्य को सारे विश्व ने सराहा है।

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