ट्रांस फैट से अनजान पंजाबी बन रहे मौत का ग्रास, एक साल में हो रही 2300 मौतें

punjabkesari.in Wednesday, Mar 20, 2019 - 02:42 PM (IST)

जालंधर(सुमित): पंजाब को कृषि प्रधान राज्य कहा जाता है और यहां के लोग खानपान के मामले में सबसे आगे हैं। यहां लोग खाना खाते हैं मगर उन्हें यही पता नहीं होता कि जो भोजन वह खा रहे हैं वह फायदा पहुंचाने वाला है या नुक्सान करने वाला। ऐसी ही एक चीज जिसके बारे में लोगों को पर्याप्त जानकारी नहीं है, वह है ट्रांस फैट।  जागरूकता की कमी के चलते ही ट्रांस फैट पूरे भारत में तेजी से पैर पसार रहा है और इसका सबसे ज्यादा शिकार पंजाब के लोग हो रहे हैं।

यही कारण है कि ट्रांस फैट से पंजाब के लोग हाई बी.पी., स्ट्रोक और हार्ट की बीमारियों से ग्रसित होकर मौत का ग्रास बनते जा रहे हैं। दिशा फाऊंडेशन व जैनरेशन सेवीयर एसोसिएशन द्वारा करवाई वर्कशॉप में जो आंकड़े सामने आए हैं, वह हैरान करने वाले हैं। ट्रांस फैट के कारण पंजाब में एक साल में 2300 लोगों की मौत हुई है। पंजाब की 40 प्रतिशत से भी अधिक आबादी हाई ब्लड प्रैशर से जूझ रही है और बाकी की 40 प्रतिशत आबादी में भी हाई ब्लड प्रैशर का शिकार होने के लक्षण काफी ज्यादा है। खतरनाक बात यह है कि हाई ब्लड प्रैशर का कोई लक्षण नहीं है और न ही व्यक्ति को यह पता चल पाता है कि वह हाई ब्लड प्रैशर का शिकार है। समय रहते हाई ब्लड प्रैशर का न पता चलना या फिर इलाज न कराने की वजह से मृत्यु या शरीर का कोई हिस्सा लकवाग्रस्त भी हो सकता है। अधिक मात्रा में फैट युक्त भोजन लेने के कारण हार्ट अटैक से मृत्यु होने की संभावना 28 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।

पंजाब में सबसे ज्यादा वनस्पति तेल होता है खपत 
पंजाब में सबसे अधिक वनस्पति तेल की खपत होती है। पंजाब के लोगों को अपनी खाने की आदतों में बदलाव लाने हेतु जागरूक करने के लिए काफी कुछ करना बाकी है क्योंकि जब तक किसी व्यक्ति को यह नहीं पता लगेगा कि जो वह खा रहा है, उसका क्या फायदा और क्या नुक्सान है तब तक वह ट्रांस फैट से मुक्ति नहीं पा सकता है।  भोजन में ट्रांस फैट की मौजूदगी शरीर में कोलैस्ट्रोल (एल.डी.एल.) की मात्रा बढ़ाती है और अच्छे कोलैस्ट्रोल (एच.डी.एल.) की मात्रा को कम कर देती है। इसके कारण हृदय रोग का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। खाना पकाने में जरा-सी सावधानी रखकर शरीर में कोलैस्ट्रोल की मात्रा सीमित की जा सकती है। इस संबंध में दिशा फाऊंडेशन की अध्यक्ष डा. अंजली भोराड़े ने कहा कि पंजाब सरकार तंदरुस्त पंजाब मुहिम को आगे बढ़ाए ताकि लोगों को हाई ब्लड प्रैशर के बारे में जागरूक किया जा सके। सही खानपान से हम बीमारियों से बच सकते हैं।

पंजाब सरकार द्वारा हाई ब्लड प्रैशर की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा 30 वर्ष से ऊपर के हर व्यक्ति के ब्लड प्रैशर की जांच करके उन्हें उपचार भी मुहैया करवाया जा रहा है ताकि बीमारी का समय पर पता चल सके। इसके बाद व्यक्ति अपना उपचार करवा और खानपान का मैन्यू भी सही कर सकता है। विभाग लोगों में जागरूकता लाने के लिए भी प्रयासरत है।’
—डा. जी.बी. सिंह, स्वास्थ्य विभाग पंजाब के सहायक डायरैक्टर  

लोगों तथा आने वाली पीढ़ी की अच्छी सेहत तथा हाई ब्लड प्रैशर से होने वाली मौतों को रोकने के लिए जरूरी है कि औद्योगिक रूप से उत्पादित ट्रांस फैट एसिड को अपनी खाद्य प्रणाली से बाहर निकाला जाए तभी हमारा शरीर स्वस्थ रह सकता है।’’
—डा. अनूप कुमार पंजाब खाद्य एवं ड्रग विभाग के संयुक्त आयुक्त  

देश में ऐसी टैक्नोलॉजी उपलब्ध है, जिससे ट्रांस फैट को खाद्य पदार्थों से स्वास्थ्यद्र्धक फैट में बदला जा सकता है। ऐसे में हम नई तकनीक को अपनाकर अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।’’ 
—डा. ईरमा राओ दिल्ली यूनिवर्सिटी की सहायक प्रोफैसर  

ट्रांस फैट के सेहत पर पडऩे वाले बुरे प्रभावों के बारे में आम लोगों को कम जानकारी है। फूड सेफ्टी अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा वर्ष-2022 तक देश में खाने वाले तैलीय पदार्थ तथा अन्य वसायुक्त पदार्थों में ट्रांस फैट की मात्रा 2 प्रतिशत करने का नियम भी पारित किया ऌगया है। इस कानून के पारित होने के बाद खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। 
—उपिंद्रप्रीत कौर गिल, जैनरेशन सेवियर एसोसिएशन   

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