3 आतंकी पकड़ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने खोली पंजाब पुलिस की पोल

punjabkesari.in Friday, Sep 13, 2019 - 08:21 AM (IST)

सुजानपुर(ज्योति): वैसे तो पंजाब पुलिस व राज्य की सुरक्षा एजैंसियों द्वारा राज्य की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, परंतु आज जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पंजाब की सुरक्षा एजैंसियों व पंजाब पुलिस की पोल उस समय खोल कर रख दी जब पंजाब से जम्मू-कश्मीर की ओर जा रहे एक ट्रक में से जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकियों को हथियारों सहित गिरफ्तार कर लिया। 


इन आतंकियों का पंजाब से जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करना चुनौती पूर्ण था, क्योंकि पंजाब पुलिस व पंजाब की सुरक्षा एजैंसियां स्वयं को 24 घंटे सतर्क होने का दम भरती रही है परंतु इन आतंकियों का बिना किसी चुनौती के जम्मू-कश्मीर में प्रवेश होना इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि पंजाब की सुरक्षा एजैंसियां, पंजाब पुलिस व विशेष तौर पर पंजाब व जम्मू-कश्मीर के अंतिम छोर पर स्थित पंजाब पुलिस का नाका कहां तक सतर्क है और इसे पंजाब पुलिस व सुरक्षा एजैंसियां की बड़ी चूक माना जा रहा है। 

सुरक्षा के लिहाज से पठानकोट राज्य का सबसे अधिक संवेदनशील जिला 
सनद रहे कि पंजाब के गुरदासपुर व पठानकोट जिले के पुलिस थाने व एयरबेस पर पहले ही 2 बड़े आतंकी हमले हो चुके हैं और जिला पठानकोट से मात्र 30 किलोमीटर की दूरी पर पाकिस्तान का बार्डर है, जिसके चलते जिला पठानकोट को राज्य का सबसे अधिक संवेदनशील जिला माना जाता है। राज्य पुलिस द्वारा जिला पठानकोट की पुलिस को सबसे अधिक सतर्क पुलिस बताया जाता है परंतु आज जिस प्रकार आतंकी जिला पठानकोट से सुरक्षित बाहर निकल गए हैं। ऐसे में वह किसी भी स्थल पर किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दे सकते थे। वहीं देखने वाली बात यह है कि यदि उक्त आरोपी जालंधर या फिर अमृतसर के रास्ते जिला पठानकोट से होते हुए जम्मू-कश्मीर में दाखिल हुए हैं तो जालंधर या फिर अमृतसर से पठानकोट तक के लगभग 100  किलोमीटर तक के क्षेत्र में कई स्थलों पर पुलिस के नाके लगे हुए हैं, उन नाकों से इन आतंकियों का सुरक्षित निकलना इस बात का प्रमाण है कि पुलिस द्वारा उक्ट ट्रक की कही भी चैकिंग नहीं की गई। 

माधोपुर में स्थित पंजाब पुलिस नाका पहले भी रह चुका है सुॢखयों में
पंजाब व जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वारा माधोपुर में स्थित पंजाब पुलिस का यह नाका सुरक्षा के लिहाज से पहले भी सुॢखयों में रहा है क्योंकि उक्त नाके पर अक्सर कर्मचारी कोताही बरतते देखे जाते हैं और गत माह पूर्व भी जिला पठानकोट के तत्कालीन जिला पुलिस प्रमुख के कार्यकाल दौरान कुछ कर्मचारियों को ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया गया था। वहीं उक्त इंटर स्टेट नाका आतंकवाद प्रभावी राज्य जम्मू-कश्मीर के साथ जुड़ा होने के कारण सबसे अधिक संवेदनशील नाका माना जाता है। इस नाके पर भी उक्त आतंकियों के ट्रक की किसी प्रकार की चैंकिग न होना नाके पर तैनातकर्मचारियों की कार्यप्रणलाी पर भी प्रश्न चिन्ह लगता रहा है। 

स्टेट स्पैशल ऑप्रेशन सैल की टीम जम्मू-कश्मीर रवाना : डी.जी.पी. पंजाब
वहीं इस मामले संबंधी डी.जी.पी. पंजाब दिनकर गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया उनकी ओर से मामले की जांच हेतु स्टेट स्पैशल ऑप्रेशन सैल की टीम जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना कर दी गई है जोकि जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त रूप में मामले की जांच करेगी। 

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