मोबाइल टावरों को किसी तरह का कोई भी नुकसान ना पहुंचाएंः 32 किसान जथेबंदियां

punjabkesari.in Sunday, Dec 27, 2020 - 09:05 PM (IST)

जालंधर: मोबाइल टावरों को बंद करने और उनकी बिजली आपूर्ति में कटौती के बारे में जानकारी मिलने पर 32 जथेबंदियों ने आदेश जारी किया है कि टावरों को किसी तरह का कोई भी नुकसान नहीं पहुंचाया जाए। मलकीत सिंह महलकलां, भारतीय किसान यूनियन डकौंदा ने एक विशेष आह्वान करते हुए किसानों से यह अपील की है। भारतीय किसान यूनियन उग्राहां के सीनियर उप प्रधान झंडा सिंह जेठुके ने भी सारे पंजाब वासियों से अपील की है कि कोई भी कहीं भी मोबाइल टावरों की बिजली ना काटें और उनको कोई भी नुकसान ना पहुंचाए। उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन शांतमई होना चाहिए। 

भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के प्रधान बूटा सिंह ने भी कहा कि 32 जथेबंदियों की तरफ से मोबाइल टावरों की बिजली काटने या नुकसान पहुंचाने की कोई भी कॉल नहीं दी गई है। हमें ऐसी शिकायतें मिली हैं इसलिए हम अपील करते हैं कि कोई भी टावरों की बिजली ना काटे और उन्हें कोई भी नुकसान ना पहुंचाए। गुरनाम सिंह चारुनी, भारतीय किसान यूनियन (चारुणी) ने भी एक विशेष आहवान करते हुए किसानों से अपील की कि वे रिलायंस जियो मोबाइल टावरों को बंद या क्षतिग्रस्त न करें।

उन्होंने कहा है कि “मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाने या उनकी बिजली आपूर्ति को बंद करने या केबल काटने के लिए ऐसी कोई कॉल कुंडली बार्डर से नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि “यह हमारे संघर्ष को बदनाम करने और बदलने का काम करेगा। हमारे आंदोलन से किसी को असुविधा नहीं होनी चाहिए और शांति से विरोध करना चाहिए। हमें सभी कठिनाइयों का सामना करना चाहिए और इसी से हमारा आंदोलन सफल होगा। यदि हम हंगामा और उपद्रव पैदा करते हैं तो हमारा लक्ष्य कमजोर होगा, हमारा आंदोलन कमजोर हो जाएगा और टूट जाएगा।”

कुछ किसान समूहों द्वारा पूरे पंजाब में जियो के टावरों को बंद करने के कारण घरों से ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले हजारों स्टूडेंट्स, घर से काम करने वाले प्रोफेशनल्स, डॉक्टरों, ऑनलाइन मेडिकल कंसल्टेशन और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर आदि का उपयोग करने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा, विभिन्न आईटी और सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल, शिक्षकों, अदालतों, विभिन्न सरकारी और निजी कार्यालयों, संस्थानों, वाणिज्यिक और धर्मार्थ प्रतिष्ठानों और आपातकालीन, महत्वपूर्ण और जीवन रक्षक सेवाएं प्रदान करने में काम करने वाले बहुत से लोग हैं, जो जियो के नेटवर्क पर निर्भर हैं। उनमें से काफी लोग कनेक्टिविटी की समस्या का सामना कर रहे हैं। विभिन्न प्रमुख सरकारी सर्किट भी इस पर निर्भर हैं।

Mohit