कोरोना के डर से रोपड़ में 424 गांवों ने खुद को किया सील

punjabkesari.in Wednesday, Apr 01, 2020 - 10:10 AM (IST)

रोपड़/चंडीगढ़: पंजाब में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए जहां सरकार इसे रोकने के लिए अहम कदम उठा रही है, वहीं कई गांवों ने अपने आप को बचाने के लिए खुद को सील करना शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार रोपड़ में 424 गांवों ने इस बीमारी से बचने के लिए खुद को सील कर लिया है। कोविड-19 के बड़े खतरे का मुकाबला करने के लिए रोपड़ पुलिस लगभग 70% गांवों को स्व-एकांतवास में रहने के लिए प्रेरित कर रही है। इसमें जिला प्रशासन द्वारा लोगों को जरूरी चीजें मुहैया करवाने और युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

रोपड़ के एस.एस.पी. स्वप्न शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि तीन अति संवेदनशील स्थानों से घिरे जिले को अब तक सुरक्षित रखने के लिए प्री-इम्पेटिव रणनीति सहित 1200 वालंटियरों ने बहुत बढिया काम किया है। इस इलाके में विदेश से वापस आए 440 व्यक्ति क्वारंटाइन अधीन हैं। 14 संदिग्ध नमूनों में से 11 पहले ही नैगेटिव आ चुके हैं। तीन अन्य के टैस्ट के नतीजों का इन्तजार है। उन्होंने कहा कि इसलिए पंचायतों, युवा क्लबों और वालंटियरों की सहायता ली जा रही है, जो जिले के 424 गांवों जिनकी आबादी करीब 74% बनती है, को जागरूक कर रहे हैं।

एस.एस. पी. स्वप्न शर्मा ने आगे कहा कि इन वालंटियरों को सोशल मीडिया समूहों द्वारा नए दिशा-निर्देशों और प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी जा रही है, जो कि जिला हैड क्वार्टरों में पुलिस वार रूम से चलाए जाते हैं। कर्फ्यू लागू होने के बाद पिछले 8 दिनों में पहले ही पके हुए खाने 30,000 से अधिक पैकेट और 17,600 पैकेट सूखे राशन के बांटे जा चुके हैं।

एस.एस.पी. ने आगे कहा कि हम सभी इकट्ठा होकर इकाई के रूप में काम कर रहे हैं, जिसमें सभी सरपंच, चौकीदार और पूर्व सैनिक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गांव के गुरुद्वारा साहिब और मंदिरों ने स्वास्थ्य विभाग और सरकार की सभी हिदायतों और एडवाइजरी को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रभावशाली ढंग से सहायता की है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

Sunita sarangal

Recommended News

Related News