सरकारी स्कूलों में सिक्स्थ से एट्थ क्लास के 45 प्रतिशत विद्यार्थी पंजाबी नहीं जानते

punjabkesari.in Thursday, Jul 12, 2018 - 08:26 PM (IST)

नवांशहर(त्रिपाठी): सरकारी स्कूलों में शिक्षा हासिल कर रहे 6वीं से 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों की मातृ भाषा पंजाबी में गुणात्मक सुधार लाने के लिए पढ़ो पंजाब, पढ़ाओ पंजाब प्रोजैक्ट की शुरूआत की गई है। उक्त जानकारी ए.एस.पी.डी.को-आर्डीनेशन मैडम निर्मल कौर ने बताया कि शिक्षा मंत्री ओ.पी.सोनी के निर्देशों तथा शिक्षा सचिव श्री कृष्ण कुमार के नेतृत्व में पंजाबी भाषा में गुणात्मक सुधार के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि फील्ड में यह मांग की जा रही है कि यदि बच्चा पंजाबी भाषा को पढ़ ही नहीं सकता तो वह शेष विषयों को किस तरह से समझ 
सकेगा। 

इस बात से चिंतित होकर विभाग की ओर से कुछ जिलों का पहले सैंपल सर्वेक्षण करवाया गया है। जिसमें यह स्पष्ट तौर पर सामने आया है कि 6वीं से 8वीं कक्षा के 45 प्रतिशत बच्चे पंजाबी लिखने में असमर्थ हैं तथा पंजाबी के अक्षरों की पहचान नहीं कर पा रहे हैं। मैडन निर्मल कौर ने बताया कि इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए पंजाब के विभिन्न स्कूलों में पंजीब विषय के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले अध्यापकों का चुनाव करके लगातार बैठकों का आयोजन किया  गया। 

उन्होंने बताया कि इस प्रोजैक्ट को जिला मोहाली के 10 शहरी तथा ग्रामीण स्कूलों में शुरू किया गया जिसके सार्थक परिणाम देखने को मिले। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से प्रदेश स्तरीय रिसोर्स ग्रुप बना कर इस प्रोजैक्ट पर कार्य करना शुरू किया गया है तथा इस संबंधी पंजाब के सभी जिलों से नियुक्त किए जिला इंचार्ज तथा डाइट फैकल्टी की वर्कशाप का आयोजन मोहाली में किया गया है। 

 

Des raj