रोजाना 5000 श्रद्धालु बिना वीजा कर सकेंगे श्री करतारपुर साहिब के दर्शन

punjabkesari.in Thursday, Sep 05, 2019 - 08:28 AM (IST)

अमृतसर(नीरज): श्री करतारपुर साहिब के लिए कॉरीडोर साल भर खुला रहेगा और प्रतिदिन 5 हजार श्रद्धालु बिना वीजा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन कर सकेंगे। भारतीय मूल के लोग जिनके पास ओवरसीज सिटीजन आफ इंडिया (ओ.सी. आई.) कार्ड है वे भी करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए आ-जा सकेंगे। उपरोक्त कॉरीडोर पर ज्वाइंट चैक पोस्ट (जे.सी.पी.) अटारी बार्डर पर बुधवार को भारत व पाकिस्तान के ज्वाइंट सैक्रेटरी रैंक के अधिकारियों के बीच हुई तीसरे दौर की अहम बैठक में दोनों ओर से कई बिंदुओं पर सहमति बनी।  इस दौरान पाकिस्तान ने श्रद्धालुओं से 20 डालर सर्विस फीस के रूप में लिए जाने की मांग भी की जिसे भारत ने खारिज कर दिया। भारतीय अधिकारियों ने इस पर सवाल उठाए। 

प्रोटोकॉल अधिकारियों को श्रद्धालुओं के साथ भेजने के फैसले पर नहीं बन सकी सहमति 
इसके साथ ही प्रोटोकॉल अधिकारियों को श्रद्धालुओं के साथ भेजने के फैसले पर भी आम सहमति नहीं बन सकी है। भारत के ज्वाइंट सैक्रेटरी (एम.एच.ए.) सी.एल. दास ने पत्रकार वार्ता में बताया कि उन्होंने पाकिस्तान के सर्विस फीस लगाने के फैसले का विरोध किया है क्योंकि भारत सरकार ने श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर श्रद्धालुओं की धार्मिक श्रद्धा को देखते हुए खोला है। भारत सरकार की तरफ से पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं पर कोई सर्विस फीस नहीं लगाई गई है इसलिए पाकिस्तान को भी उक्त सर्विस फीस लेने के फैसले को वापस लेना होगा।

...तो पाकिस्तान को हर रोज होगी 70 लाख की कमाई 
यदि श्रद्धालुओं पर सर्विस फीस लगती है तो पाकिस्तान के वारे-न्यारे हो जाएंगे। हर रोज 5000 श्रद्धालु श्री करतारपुर साहिब जाते हैं तो इससे पाकिस्तान को लगभग हर दिन 70 लाख की कमाई होगी और प्रति वर्ष 300 करोड़ से ज्यादा की कमाई पाकिस्तान सर्विस फीस से करेगा क्योंकि गुरुपर्व व बड़े त्यौहारों पर 15 हजार श्रद्धालुओं के श्री करतारपुर साहिब जाने पर भी सहमति हो चुकी है।

550वें प्रकाशोत्सव के बाद बनाया जाएगा 330 फुट वाला ब्रिज 
श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर में पाकिस्तानी इलाके में रावी दरिया के ऊपर पाकिस्तान की तरफ से अभी तक 330 फुट लंबा पुल नहीं बनाया गया है। इस मामले में पाकिस्तान ने पुल बनाने पर सहमति तो दे दी है लेकिन इसका निर्माण श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के बाद किया जाएगा। फिलहाल श्री करतारपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं को ब्रिज वाले क्षेत्र में सीढिय़ों से नीचे उतरना होगा और पैदल सड़क पार करके श्री करतारपुर साहिब जाना होगा हालांकि इसमें दिव्यांग श्रद्धालुओं को समस्या आएगी। 

इन मुद्दों पर भी बनी सहमति

  • अकेले या समूह में जा सकेंगे श्रद्धालु। 
  •  बूढ़ी रावी नहर पर बनेगा पुल। 
  •  आपात निकासी प्रक्रिया पर दोनों देश राजी। 
  •  मैडीकल एमरजैंसी के लिए बी.एस.एफ. और पाक रेंजर्स कर सकेंगे सीधी बात।
  •  दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की जानकारी दोनों देशों के पास रहेगी।
  •  प्रसाद और लंगर के जरूरी इंतजाम करने पर भी सहमति। 
  •  भारत के श्रद्धालुओं को 10 दिन पहले करवानी होगी रजिस्टे्रशन। 
  •  पाक की तरफ से 4 दिन पहले श्रद्धालुओं को फ्री वीजा की जानकारी दी जाएगी।
  •  कॉरीडोर सुबह 9 बजे से लेकर रात 10 बजे तक खुला रहेगा।

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