कैप्टन सरकार ने श्री अकाल तख्त जत्थेदार के संरक्षण में मुख्य समारोह करने का दिया ऑफर

punjabkesari.in Wednesday, Oct 16, 2019 - 09:10 AM (IST)

जालंधर(धवन): श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को लेकर आयोजित होने वाले मुख्य समारोह को लेकर चल रहे डैडलॉक को तोड़ते हुए आज कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार ने सुल्तानपुर लोधी में 11 व 12 नवम्बर को मुख्य समारोह श्री अकाल तख्त साहिब के संरक्षण में एस.जी.पी.सी. के समर्थन से करने का ऑफर दिया है।

मुख्यमंत्री ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से फोन पर बातचीत की है, जबकि उनके कैबिनेट मंत्रियों चरणजीत सिंह चन्नी तथा सुखजिन्द्र सिंह रंधावा ने उनसे मुलाकात करके रा’य सरकार का प्रस्ताव रखा है। इन मंत्रियों ने बाद में कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री की मार्फत जत्थेदार से कहा है कि वह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एस.जी.पी.सी.) को निर्देश दें कि वह सरकारी समारोह का समर्थन करे तथा अलग स्टेज लगाकर संगत के 12 से 15 करोड़ की राशि का अपव्यय न करे क्योंकि रा’य सरकार ने पहले ही प्रमुख समारोहों के लिए जरूरी आधारभूत ढांचा विकसित कर दिया है। शिरोमणि कमेटी को उपरोक्त धनराशि धर्म प्रचार के कार्य में लगानी चाहिए, जोकि उसका मुख्य उद्देश्य है। 2 अलग समारोह होने से श्रद्धालुओं में संशय की स्थिति पैदा होगी। प्रस्ताव में कहा गया है कि मुख्य समारोह में कोई भी राजनीतिक भाषणबाजी न की जाए और समारोह में 5 तख्तों के जत्थेदारों, दरबार साहिब के हैड ग्रंथी, प्रधानमंत्री या केन्द्र सरकार के किसी अन्य प्रतिनिधि, पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह, मुख्यमंत्री तथा शिरोमणि कमेटी के प्रधान को मंच पर मौजूद रहना चाहिए। 

अकाल तख्त जत्थेदार अगले सप्ताह पांचों जत्थेदारों से बैठक करेंगे
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने मंत्रियों को बताया है कि वे अगले सप्ताह पांचों जत्थेदारों से बैठक करके मुख्य समारोह को अंतिम रूप देंगे, जोकि 11 व 12 नवम्बर को श्री सुल्तानपुर लोधी में होना है, जहां पहले सिख गुरु को श्रद्धांजलि देने के लिए लाखों की गिनती में श्रद्धालुओं को पहुंचना है। मंत्रियों ने जत्थेदार को बताया कि रा’य सरकार समझती है कि ऐतिहासिक अवसर तथा गुरु नानक देव जी की विचारधारा सांझी वार्ता के संदेश को आगे बढ़ाने की जरूरत है तथा समूचे सिख समुदाय को इकट्ठे होकर समारोह आयोजित करना चाहिए। एक सादे सिख के रूप में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने सभी सिखों से श्री अकाल तख्त के संरक्षण में मुख्य समारोह में इकट्ठे आने का सुझाव दिया है। किसी भी सिख को 550वें प्रकाश पर्व को श्री अकाल तख्त के संरक्षण में आयोजित करने में कोई एतराज नहीं है। मुख्यमंत्री का यह भी विचार था कि जब लाखों की गिनती में श्रद्धालु समारोह में भाग लेने के लिए आ रहे हैं तो सिख समुदाय के बीच में किसी भी तरह का वाद-विवाद या टकराव नहीं रहना चाहिए। मंत्रियों ने जत्थेदार को कहा कि रा’य सरकार को गुरुद्वारों के अंदर एस.जी.पी.सी. को समारोह आयोजित करने पर कोई एतराज नहीं है।


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