इराक में फंसे 7 पंजाबी युवकों ने वतन वापसी के लिए सरकार से लगाई गुहार

punjabkesari.in Saturday, Jun 08, 2019 - 10:46 PM (IST)

अपरा (दीपा): करीबी गांव छोकरां तहि. फिल्लौर के चार युवकों रणदीप कुमार पुत्र राम लुभाया, बलजीत कुमार पुत्र अमरजीत, सौरव कुमार पुत्र गुरदावर राम, संदीप कुमार पुत्र जोगिंदर राम, अमनदीप पुत्र सतनाम लाल वासी गांव अटा, प्रभजोत पुत्र सरबजीत वासी कपूरथला व कोमलजोत पुत्र मोहन लाल वासी फगवाडा़, जो कि इराक के इरबिल क्षेत्र में फसे हुए है, ने वतन वापसी के लिए केंद्र व पंजाब सरकार से गुहार लगाई है। 

क्या है सारा मामला
गांव छोकरां के वसनीक चार युवकों ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि वह अपने गांव की ही रहने वाली एक महिला एजंट के जरीए इराक में आए थे। एजंट के साथ उनकी प्रति व्यक्ति 2 लाख 20 हजार में बात हुई थी। वीजों के संबंध में इंडिया में प्रति व्यक्ति 1 लाख 40 हजार रुपए देने थे, जबकि बाकी की रकम इराक में काम पर लगने के बाद तनख्वाह में से कटवानी थी। एक महीने के बाद हमारे वीजे आ गए। जब हम विदेश इराक जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे तो एजंट ने हमसे प्रति व्यक्ति 80-80 हजार रुपए और देने की मांग की व ना देने पर वर्क वीजा देने से मना कर दिया। आखिर हमें 80-80 हजार रुपए देने पड़े। जब हम इराक पहुंचे तो एजंट ने हमें आगे अपने किसी सहयोगी के पास भेज दिया। जब हमने काम पर जाने की बात की तो एजंट ने कहा कि आप को एक हफ्ता रुकना पड़ेगा, क्योंति आप के जाॅब कार्ड बनने हैं। परंतु हमारे बार-बार कहने पर भी हमारे जाॅब कार्ड बनाकर नहीं दिए गए। जिस कारण वह पिछले आठ महीनों से फ्री बैठे है और घर के परिवारिक सदस्यों से खर्चा मंगवाकर अपना गुजारा कर रहे हैं। 

भारत वापसी के लिए लगाई सरकार से गुहार
उन्होनें आगे बताया कि इस संबंध में हमने इराक की भारत एंबेसी में भी 3-2-2019 को महिला एजंट के खिलाफ लिखती शिकायत की थी। एजंट ने एक महीने के अंदर जाॅब कार्ड बनाने का वादा किया और हमसे प्रति व्यक्ति 20-20 हजार रुपए की रकम और ले ली। परंतु हमें अभी तक जाॅब कार्ड बनाकर नहीं दिए गए। जिस कारण उन्हें 20 डाॅलर प्रति व्यक्ति प्रति दिन जुर्माना भी देना पड़ रहा है। उन्होनें कहा कि वह गरीब परिवारों से संबंध रखते है। वह विदेश अपने परिवारों को छोड़कर अपना व अपने परिवार का पेट पालने के लिए आए थे लेकिन एजंट की धोखाधड़ी से वह अपने परिवारों पर बोझ बन गए हैं। उक्त सात युवकों ने केंद्र व पंजाब सरकार के आगे भारत वापसी के लिए गुहार लगाई है।

Mohit