ईराक में फंसे 7 पंजाबी युवकों ने वतन वापसी के लिए केंद्र व पंजाब सरकार से लगाई गुहार

punjabkesari.in Monday, Jun 10, 2019 - 04:25 PM (IST)

अपरा(दीपा): ईराक के इरबिल क्षेत्र में फंसे खन्ना के गांव छोकरां निवासी 4 युवकों ने वतन वापसी के लिए केंद्र व पंजाब सरकार से गुहार लगाई है। गांव छोकरां निवासी 4 युवकों ने फोन पर बताया कि वह अपने गांव की ही रहने वाली एक महिला एजैंट के जरिए ईराक आए थे। एजैंट के साथ उनकी प्रति व्यक्ति 2 लाख 20 हजार में बात हुई थी।

यहीं नहीं वीजा के संबंध में भारत में प्रति व्यक्ति 1 लाख 40 हजार रुपए देने थे, जबकि बाकी की रकम ईराक में काम पर लगने के बाद वेतन में से कटवानी थी। एक महीने के बाद उनका वीजा आ गया और वे ईराक जाने के लिए दिली एयरपोर्ट पर पहुंचे तो एजैंट ने हमसे प्रति व्यक्ति 80-80 हजार रुपए और देने की मांग की और न देने की सूरत में वर्क बीजा देने से इंकार कर दिया। आखिर में उन्हें 80-80 हजार रुपए देने ही पड़े। इसके बाद जब वे ईराक पहुंचने पर काम पर जाने की बात की तो एजैंट ने कहा कि आपको एक हफ्ता रुकना पड़ेगा, क्योंकि आपके जॉब कार्ड बनेगे।

लेकिन बार-बार कहने पर भी उन्होंने पिछले 8 महीने से उन्हें जॉब कार्ड बनाकर नहीं दिए गए। वे अपने परिजनों से खर्चा मांग कर अपना गुजारा चला रहे हैं। इसी बीच उन्होंने इस संबंध में ईराक की भारत एम्बैसी में 3-2-2019 को उक्त महिला एजैंट के खिलाफ लिखित शिकायत भी की थी। इस पर एजैंट ने एक महीने में जॉब कार्ड बनाने का वायदा किया और उनसे प्रति व्यक्ति 20-20 हजार रुपए की रकम और ले ली। परंतू दिया समय पूरा होने उपरांत भी जॉब कार्ड बनाकर नहीं दिए। जिस कारण उन्हें 20 डॉलर प्रति व्यक्ति प्रति दिन जुमार्ना भी देना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि वे गरीब परिवारों से संबंध रखते हैं और एजैंट की धोखाधड़ी का शिकार होकर अपने परिवार वालों पर बोझ बन गए हैं। उन्होंने पंजाब सरकार और केंद्र सरकार से मांग की है कि उनकी वतन वापसी का पुख्ता इंतजाम किया जाए और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। 
 

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