ईलाज के दौरान 7 वर्षीय बच्चे की मौत, डॉक्टरों पर लगाए लापरवाही के आरोप

punjabkesari.in Monday, Dec 16, 2019 - 09:26 PM (IST)

गुरदासपुर (विनोद): स्थानीय अग्रवाल अस्पताल में ईलाज के चलते एक सात वर्षीय बच्चे की मौत हो जाने के कारण मृत्क बच्चे के परिवार वालों ने अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा कर अस्पताल में तोड़फोड़ की तथा पुलिस से डॉक्टर के विरुद्ध केस दर्ज करने की मांग की। जबकि अग्रवाल अस्पताल के मालिक डॉ.अमित अग्रवाल के अनुसार उसके पास जब बच्चे को लाया गया था उस समय ही बच्चे की हालत नाजुक थी तथा मैंने तो जो बेहतर समझता था वह ईलाज शुरू किया था, परंतु शाम को बच्चे की मौत हो गई। परिवार वालों ने बच्चे क मौत होने का समाचार सुनते ही अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। सूचना मिलते ही सिटी पुलिस स्टेशन इंचार्ज कुलवंत सिंह मान पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंचे। 



क्या है मामला
नजदीकी गांव भुल्ले चक्क निवासी राजू ने बताया कि आज दोपहर लगभग 3-00 उन्होंने अपने सात वर्षीय बेटे प्रदीप सिंह को अग्रवाल अस्पताल नजदीक शनि मंदिर गुरदासपुर के दाखिल करवाया था। क्योंकि आज स्कूल में प्रदीप सिंह को उल्टियां आई थी जिस कारण हमने इसे अग्रवाल अस्पताल में दाखिल करवाया। पंरतु शाम लगभग 5-15 बजे हमे डॉक्टर ने कहा कि प्रदीप सिंह की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि हम चाहते है कि लापरवाही करने वाले डाक्टर के विरुद्ध कार्रवाई की जाए तथा हमें इंसाफ मिले। 

क्या कहना है अग्रवाल अस्पताल के मालिक डाॅ.अमित अग्रवाल का
डाॅ.अमित अग्रवाल से जब बात की गई तो उन्होने कहा कि प्रदीप सिंह को जब अस्पताल लाया गया था तो तब उसे मिग्री के दौरे पड़ रहे थे तथा परिवार वालों के अनुसार भी उसे यह शिकायत थी। आज स्कूल में भी प्रदीप सिंह की तबीयत खराब हुई थी। उन्होंने कहा कि मैंने तो अस्पताल में आते ही बच्चे को आक्सीजन लगा कर जो जरूरी ईलाज था वह शुरू कर दिया था। पंरतु अचानक शाम 5-15 बजे प्रदीप को फिर दौरे शुरू हो गए तथा उसकी मौत हो गई। मौत संबंधी उन्होंने कहा कि इस बीमारी में ब्रेन हैमरेज भी हो सकती है तथा उल्टियां आने के कारण भी कई बार शरीर मे कुछ कमी आ जाती है। उन्होंने कहा कि हमारे पक्ष से कही भी लापरवाही नही हुई है।



क्या कहना है पुलिस का
इस संबंधी सिटी पुलिस स्टेशन गुरदासपुर के इंचार्ज कुलवंत सिंह के अनुसार बच्चे की मौत के बाद परिवार वालों ने गुस्से मे आकर अस्पताल में तोडफ़ोड़ की थी जो साधारण बात है। उन्होंने कहा कि गांव की पंचायत भी मौके पर आई है तथा जो भी परिवार वाले ब्यान देेगे उस अनुसार कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि परिवार वाले चाहते है कि उनके बच्चे का पोस्टमार्टम न हो, पंरतु यह सम्भव नही है। यदि परिवार अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई चाहता है तो हमें जांच करवानी होगी तथा जांच केवल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी। इस लिए अभी यह नहीं कहा जा सकता कि हम क्या कार्रवाई करेंगे।

Mohit