आखिरी गोल्ड मैडल जीतने के बाद खेल के मैदान में निकली सांसें, ऐसा ही चाहता था ये खिलाड़ी

punjabkesari.in Friday, Nov 22, 2019 - 05:07 PM (IST)

संगरूर/होशियारपुर: होशियारपुर के जलोवाल के रहने वाले एथलीट बख्शीश सिंह की 1500 मीटर रेस जीतने के बाद मैदान पर ही हार्टअटैक से मौत हो गई। यह रेस पंजाब मास्टर एथलेटिक्स एसोसिएशन द्वारा बुजुर्गों के लिए करवाई गई थी। बख्शीश सिंह ने 1500 मीटर में पहला और 800 मीटर में तीसरा स्थान प्राप्त किया था। 1500 मीटर की रेस पूरी करने के बाद रिलेक्स होते हुए उन्हें अटैक आ गया। मौके पर मौजूद साथियों ने उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पिछले शनिवार को एथलीट मीट करवाई गई थी। 

जब भी मौत आए खेल के मैदान में आए
रिश्तेदार महिंदर सिंह विर्क ने बताया कि 1500 मीटर रेस में बख्शीश ने गोल्ड मेडल जीता था। रेस पूरी होने के बाद वे बहुत खुश थे। उन्होंने बख्शीश सिंह को बधाई भी दी और रिलेक्स होने को कहा। रिलेक्स होने के लिए जब वह अपने कपड़े डालने गए तो वह कपड़े भी नहीं पहन सके तथा वहीं पर गिर पड़े। उन्होंने बताया कि रेस इतनी पसंद थी कि दोस्तों से अक्सर बोलते थे कि जब भी मौत आए खेल के मैदान में आए। 

बख्शीश के दोस्त एस.पी शर्मा ने बताया कि बख्शीश होशियारपुर टीम की अगुवाई करते थे। फौज से रिटायर होने के बाद वह टीचर भी रहे। रेस के शौकीन थे। 1982 में उन्होंने खेलों में भाग लेना शुरू किया। कई स्टेट में खेले। वह 200 से भी ज्यादा मेडल पा चुके थे। बख्शीश 800 मीटर, 1500 मीटर और 5 हजार मीटर रेस में भाग लेते थे। हमेशा कहते थे कि अस्पतालों में टीका लगवाकर मरने से अच्छा है कि मेहनत करते हुए मैदान में ही मौत आए। 

Vaneet