कोरोना पर भारी पड़ी आस्था, बड़ी गिनती में संगत श्री हरिमंदिर साहिब में हो रही नतमस्तक

punjabkesari.in Friday, Jun 12, 2020 - 11:23 AM (IST)

अमृतसर(अनजान): कोरोना महामारी को लेकर लगे कर्फ्यू व लाकडाऊन खुलने उपरांत संगत की आमद श्री हरिमंदिर साहिब में शुरू हो गई। पहले दो-तीन दिन तो न मात्र ही संगत दर्शनों के लिए आई, परन्तु बीते दिन से संगत की चहल-पहल में विस्तार होना शुरू हो गया है। उम्मीद है कि शनिवार और रविवार वाले दिन संगत की समूलियत बड़ी संख्या में देखी जाएगी। 

इस संबंधी श्री हरिमंदिर साहिब और शिरोमणी कमेटी अधिकारियों के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने संगत की कितनी आमद है, बताने से इंकार कर दिया। सूत्रों के आधार पर देखा जाए तो लगभग आज के दिन सुबह से रात तक तकरीबन 10 हजार के करीब संगत ने दर्शन किए, परन्तु उम्मीद है कि धीरे-धीरे यह गिनती पहले की तरह हो जाएगी। सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ने आज दूसरे दिन श्री हरिमंदिर साहिब से आने वाले मुख्य वाक्य की कथा की और संगत के साथ गुरमति विचारों की सांझ डाली।श्री हरिमंदिर साहिब की मर्यादा संगत व ड्यूटी सेवकों ने मिलकर संभाली। अमृत समय किवाड़ खुलने उपरांत श्री अकाल तख्त साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पवित्र स्वरूप सुनहरी पालकी में सुशोभित कर श्री हरिमंदिर साहिब अंदर प्रकाशमान किया गया।

श्री आसा जी दी वार के कीर्तन उपरांत मुख्य वाक्य लिया गया। सारा दिन अलग-अलग रागी जत्थों द्वारा इलाही बाणी के कीर्तन की छहबरें लगाई गई। शाम को रहरासि साहिब जी के पाठ उपरांत रागी सिंहो द्वारा आरती का उच्चारण किया गया। रात को सुख-आसन समय श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पवित्र स्वरूप श्री अकाल तख्त साहिब के सुखआसन स्थान पर बिराजमान कर दिया गया। संगत ने सारा दिन फर्श की सफाई और स्नान की सेवा के अलावा, जोड़े घर, ठंडे -मीठे जल की छबील, लंगर हाल और सरोवर की सफाई की सेवा की। देश-विदेश से आई सिख संगत ने श्री अकाल तख्त साहिब की फसील तले कोरोना महामारी पर फतेह पाने के लिए समूह विश्व के भले ली अरदास की।

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