खुद को सरकारी कर्मचारी बताकर शख्स ने कर दी बड़ी वारदात, मामला जान नहीं होगा यकीन
punjabkesari.in Friday, Feb 21, 2025 - 12:25 PM (IST)
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जालंधर : पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने लुधियाना जिले के मुल्लांपुर दाखा निवासी जगत राम को सरकारी अधिकारी बनकर 42.60 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि उक्त आरोपी के विरुद्ध यह मामला शिकायतकर्ता राकेश सचदेवा निवासी एसबीएस नगर, पक्खोवाल रोड, लुधियाना द्वारा मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार निरोधक एक्शन लाइन को भेजी गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि जगत राम ने लुधियाना इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट (एलआईटी) से उसका लंबित अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दिलवाने के लिए उससे 42.60 लाख रुपये की रिश्वत ली थी। शिकायत के अनुसार राकेश सचदेवा लुधियाना के एसी मार्केट में कपड़े की दुकान चलाता हैं। उन्होंने 2017, 2019 और 2022 में एलआईटी की एलडीपी योजना के तहत 3 संपत्तियां खरीदीं। उन्होंने संपत्तियों को अपने नाम पर स्थानांतरित करने के लिए एनओसी प्राप्त करने हेतु एलआईटी में सभी प्रासंगिक दस्तावेज जमा कराए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें कोई प्रमाण पत्र नहीं मिला।
इसी दौरान उनकी मुलाकात जगत राम से हुई, जिसने खुद को एलआईटी का कर्मचारी बताया और चंडीगढ़ में एक वरिष्ठ अधिकारी का निजी सचिव होने का दावा किया। आरोपी ने शिकायतकर्ता को आश्वासन दिया कि वह एनओसी का प्रबंध कर देगा लेकिन बदले में उसने रिश्वत की मांग की। सचदेवा ने आगे कहा कि जगत राम ने उनसे दो वर्षों में किश्तों में कुल 42.60 लाख रुपये की रिश्वत ली, लेकिन वादे के अनुसार कोई एनओसी नहीं दी। अंत में उन्हें पता चला कि जगत राम लुधियाना इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट (एलआईटी) का कर्मचारी नहीं बल्कि एक आम व्यक्ति है जो चंडीगढ़ में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों और एलआईटी के अधिकारियों/कर्मचारियों के नाम पर रिश्वत ले रहा है। एक मित्र की मदद से शिकायतकर्ता ने जगत राम के साथ हुई बातचीत रिकॉर्ड कर ली, जिसमें उसने 37 लाख रुपये की रिश्वत लेने की बात स्वीकार की।
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