बिजली के खंभे से टकराया कैंटर; स्पार्किंग के बाद लगी आग

punjabkesari.in Tuesday, May 07, 2019 - 07:34 PM (IST)

लुधियाना (ऋषि): फोकल प्वाइंट की दुर्गा कालोनी में सोमवार शाम लगभग 5 बजे प्रक ाश कैमिकल में काला तेल लेकर आए कैंटर के बाहर लगे बिजली के खंभे से टकराने के बाद स्पार्किंग होने से आग लग गई। घबराकर फैक्टरी में मौजूद 4 वर्कर और कैंटर चालक मौके से फरार हो गए। कैंटर से लीक हो रहे तेल के स्टोर रूम में पड़े ड्रमों तक पहुंचते ही वहां भी आग लग गई जिसने चंद मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया। देर रात समाचार लिखे जाने तक लगभग 50 ब्लास्ट हो चुके थे।

प्रत्येक धमाके में आग की लपटों के साथ ड्रमों को 100 फुट से ज्यादा की ऊंचाई तक हवा में जाते देखा जा सकता था। हवा में गए दो ड्रम पास के गत्ते और स्कूल बैग बनाने वाली फैक्टरी दशमेश इंटरप्राइजेज में जा गिरे जहां पर भीषण आग लगने से सब कुछ जलकर राख हो गया। पता चलते ही थाना फोकल प्वाइंट की पुलिस पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ मौके पर पहुंची और बचाव कार्यों में जुट गई। फायर बिग्रेड की टीमें एक साथ कई जगह पर आग लगने के चलते  बचाव कार्यों में जुट गई और पैरा मिलिट्री फोर्स की मदद से आसपास के इलाके को बिल्कुल खाली करवाया और दुकानें बंद करवाई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुनील गाबा के खाली प्लाटों के बीच बने कैमिकल स्टोर में बाद दोपहर तेल से भरा कैंटर आया था जिसे फैक्टरी के अंदर मौजूद वर्करों ने खाली करना था। कैंटर को घुमाकर जब फैक्टरी के अंदर ले जाया जा रहा था तो बाहर लगे बिजली के खंभे से जा टकराया और स्पार्किंग होने पर आग लग गई। 

7 फायर कर्मियों की टीम ने खोले कैंटर के ढक्कन
सबसे पहले फोक ल प्वाइंट फायर स्टेशन से 7 फायरकर्मियों की टीम पहुंची तो तेल से भरा कैंटर धू-धूकर जल रहा था और कैंटर तेल लीक हो रहा था। फायर ऑफिसर एस.एन. शर्मा ने बताया कि टीम द्वारा पहले कैंटर के ब्लास्ट होने से रोकने का प्लान बनाया गया जिसके चलते पानी की तेज बौछारें मारकर कैंटर के ऊपर लगे चारों ढक्कन खोले गए, ताकि अंदर ज्यादा धुआं होने पर ब्लास्ट न हो जाए। फिर जिस जगह से तेल लीक कर रहा था वहां पर पानी की बौधारें मारकर रोका गया लेकिन भीषण आग के चलते फिर भी कैंटर बीच से क्रैक हो गया। 

घरों की छतों पर चढ़े लोग, बनाई वीडियो
आग लगने के दृश्य को कई किलोमीटर से देखा जा सकता था। घटनास्थल के आसपास रिहायशी इलाका होने के चलते लोग अपने घरों की छतों पर चढ़ गए और मोबाइल फोन में वीडियो बनाने लग पड़े। पुलिस ने आसपास की सभी मार्कीटें बंद करवा दीं और रास्ते बंद कर दिए ताकि किसी प्रकार का कोई जानी नुक्सान न हो। बैग फैक्टरी के साथ बनी झुग्गियों को भी खाली करवाया गया। 

खाली प्लाटों से अंदर घुसकर तोड़ी दीवारें
गत्ता फैक्टरी और स्कूल बैग फैक्टरी में लगी आग पर काबू पाने के लिए उनके आसपास स्थित खाली प्लाटों से फायर कर्मी अंदर की तरफ गए और दीवारें तोड़क र बचाव कार्य शुरू किए।

फैक्टरी मालिक नहीं दिखे मौके पर 
आग लगने के बाद जहां समय समय पर धमाके हो रहे थे, वहीं फायरकर्मियों के अनुसार फैक्टरी का कोई भी मालिक मौके पर नहीं दिखा जो उन्हें अंदर पड़े ड्रमों बारे अवगत करवा सके। फायरकर्मियों के अनुसार अंदर 100 से ज्याद कैमिकल के भरे ड्रम पड़े हुए थे वव प्रत्येक में 210 लीटर कैमिकल होता है। वहीं बिल्कुल साथ की बिल्डिंग में थिनर से भरे ड्रम पड़े हुए थे जिन्हें बाहर निकालकर खाली प्लाट में फैंका गया। वर्कर फौजी राम सिंह के अनुसार उनका मालिक हिमाचल गया हुआ है। छत के रास्ते आग पहले फैक्टरी, फिर गोदाम और शोरूम तक चंद मिनटों में पहुंची।

फैक्टरी के  अंदर जले कई दोपहिया वाहन
फायरकर्मियों के अनुसार कैंटर पर पानी की कई गाडियां लगाने के बाद भी आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था जिसके बाद बाद फोम का प्रयोग किया गया जिससे काफी मदद मिली। फायर टैंडर फोकल प्वाइंट, गिल रोड स्टेशन से पानी भर लाते रहे, हलवारा,खन्ना जगराओं के फायर स्टेशनों पर भी एमरजैंसी की कॉल की गई व एम्बुलैंस का भी प्रबंध कर रखा गया। इस दौरान कैमिकल फैक्टरी में कई दोपहिया वाहन भी मौजूद थे जो जलकर राख हो गए लेकिन किसी प्रकार के जानी नुक्सान होने की कोई बात सामने नहीं आई।

Vaneet