‘आप’ नेता बोले-जमीनी हकीकत बताकर कैप्टन की आंखें खोलीं

punjabkesari.in Wednesday, Jul 04, 2018 - 09:27 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब में नौजवानों की नशे के कारण हो रही मौतों के मुद्दे पर ‘आप’ प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को सी.एम. से मुलाकात की। यह मुलाकात नशे पर भड़के जनाक्रोश को सरकार तक पहुंचाने के लिए सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा दिए गए धरने में सी.एम. के ओ.एस.डी. कैप्टन संदीप संधू द्वारा किए गए वायदे के मुताबिक हुई।
 

नशे के मामले में सरकार के हर प्रयास में ‘आप’ देगी सहयोग
बैठक में मुख्यमंत्री को नशे के मामले में जमीनी हकीकतों से रू-ब-रू करवाने का दावा करते हुए ‘आप’ नेताओं ने कहा कि उनके द्वारा दी गई जानकारी से सी.एम. की आंखें खुल गई हैं और उन्हें पूरी उम्मीद है कि सी.एम. जल्द ही दिए गए सुझावों के मुताबिक काम करेंगे और नशे के खिलाफ कार्रवाई में आम आदमी पार्टी उनका पूरा सहयोग देगी। ‘आप’ नेताओं ने स्पष्ट किया कि नशे के बढ़े प्रकोप के लिए कैप्टन सरकार को दोष नहीं दिया जा सकता, बल्कि यह पिछले शिअद-भाजपा शासन के दौरान अपनी जड़ें मजबूत कर चुका था, जिसे हटाने की जिम्मेदारी मौजूदा सरकार की है। प्रतिनिधिमंडल में ‘आप’ पंजाब प्रधान व सांसद भगवंत मान, नेता विपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा और सह-प्रधान डा. बलबीर सिंह के नेतृत्व में उपनेता विपक्ष सर्बजीत कौर माणूंके, विधायक नाजर सिंह मानशाहिया, रुपिंद्र कौर रूबी, जगदेव सिंह कमालू, बलदेव सिंह जैतो शामिल थे।

अच्छे पुलिस अधिकारियों को ही फील्ड में तैनात करना चाहिए : मान 
बैठक के बाद भगवंत मान ने कहा कि सरकार हैरोइन तस्करी पर अंकुश का दावा कर रही है लेकिन हैरोइन अमीरों का नशा है जबकि लगातार मौतें गरीब परिवारों के युवाओं की हो रही हैं। इसलिए जांच होनी चाहिए कि यह कौन-सा नशा है और कौन इसे बेचने वाला है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच हाईकोर्ट की निगरानी में सी.बी.आई. से कराई जाए, ताकि राजनेताओं और पुलिस अधिकारियों की हकीकत सामने आए। मान ने एस.टी.एफ. रिपोर्ट में मजीठिया व अन्य पुलिस अधिकारियों के शमूलियत को भी जांच के दायरे में लाने की बात कही। मान ने कहा कि लोगों का पंजाब पुलिस से विश्वास उठ चुका है इसलिए अच्छे पुलिस अधिकारियों को ही फील्ड में तैनात करना चाहिए। मान ने कहा कि मोगा के एस.एस.पी. राजजीत की जगह जिसे तैनात किया गया है, वह भी पाक दामन नहीं है और ऐसा अधिकारी किसी भी तरह से मंजूर नहीं किया जा सकता। 

दागी पुलिस अफसरों को हटाया जाए : खैहरा
नेता विपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि ‘आप’ ने नशों के मुद्दे पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने पर जोर दिया और एस.टी.एफ. की रिपोर्ट में शामिल सभी दागी पुलिस अफसरों को उनके मौजूदा पदों से तुरंत हटाने की मांग की, ताकि आम लोगों का पुलिस-प्रशासन और सरकार में विश्वास बहाल हो सके। इनमें डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा और डी.जी.पी. इंटैलीजैंस दिनकर गुप्ता भी शामिल हैं। खैहरा ने कहा कि पुलिस न केवल नशा तस्करी में शामिल है, बल्कि नौजवान लड़के-लड़कियों को नशों के आदी बना रही है। पीड़ित लड़की की ओर से एक डी.एस.पी. के बारे में किया गया सनसनीखेज खुलासा इसकी मिसाल है। 

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