AAP के सह-प्रधान बलबीर के फैसलों के खिलाफ 16 नेताओं ने दिया इस्तीफा

punjabkesari.in Monday, Jul 16, 2018 - 10:00 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब में चल रही खींचतान एक बार फिर उजागर हुई है। ‘आप’ के सह-प्रधान डा. बलबीर के फैसलों के खिलाफ 16 नेताओं ने अपने पदों से इस्तीफा दिया है। इन नेताओं ने एक पत्र पंजाब मामलों के प्रभारी मनीष सिसौदिया को भेजा है। उन्होंने पत्र में सिसौदिया से कहा है कि वह डा. बलबीर के तानाशाही फैसलों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

सिसौदिया को लिखा यह पत्र मीडिया में सर्कुलेट हुआ है और इसमें पंजाब उप-प्रधान करनवीर सिंह टिवाणा, महासचिव पंजाब प्रदीप मल्होत्रा, महासचिव मनजीत सिंह सिद्धू व इंचार्ज रामपुराफूल, सरवन सिंह हेअर जिला प्रधान जालंधर देहाती, जगदीप सिंह संधू जिला प्रधान श्री मुक्तसर साहिब, सनकदीप सिंह संधू जिला प्रधान फरीदकोट, समरवीर सिंह सिद्धू जिला प्रधान फाजिल्का, डा. मलकीत थिंद जिला प्रधान फिरोजपुर, डा. चरनजीत सिंह हलका इंचार्ज चमकौर साहिब, जगतार सिंह राजला हलका इंचार्ज समाना, कुलदीप कौर टोहड़ा, सरवण सिंह सरां प्रैस सचिव फरीदकोट, मक्खण सिंह बराड़ उप-प्रधान फरीदकोट, केवल सिंह एन.आर.आई. विंग, आशुतोष जोशी हलका प्रधान राजपुरा, गुरमेल सिंह फतेहमाजरी उप-प्रधान जिला पटियाला के नाम हैं।

आम आदमी पार्टी के इन पदाधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर व सहमति से भेजे गए इस पत्र में कहा गया है कि जब से पार्टी के उप-प्रधान के तौर पर डा. बलबीर सिंह की तैनाती हुई है, तभी से उनके द्वारा तानाशाही तरीके से फैसले लिए जा रहे हैं, जिससे लगातार पार्टी को नुक्सान हो रहा है। शाहकोट उपचुनाव का फैसला भी ऐसा ही था और इसी तरह के गलत फैसलों की कड़ी में पटियाला देहाती जिला प्रधान ज्ञान सिंह को बेवजह व बिना कोई कारण बताए हटाने का फैसला भी शामिल हो गया है। ‘आप’ नेताओं ने कहा कि बेदाग व्यक्तित्व वाले ज्ञान सिंह पार्टी के प्रति बहुत शिद्दत से काम करते रहे हैं और उनके रसूख की ही बदौलत वह 18वीं बार नाभा बार कौंसिल के प्रधान बने, लेकिन डा. बलबीर सिंह द्वारा अपने निजी हितों की पूॢत के लिए उन्हें हटाकर एक ऐसे व्यक्ति को पद पर बैठा दिया गया है जिसने 2017 में सरेआम आम आदमी पार्टी की खिलाफत की थी और चुनाव में पार्टी को नुक्सान पहुंचाया था। पार्टी नेताओं ने कहा कि तत्काल डा. बलबीर सिंह को पार्टी के सह-प्रधान पद से हटाएं, ताकि पार्टी का और नुक्सान होने से बचाया जा सके। 

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