आप नेताओं का मनमुटाव फिर उभरकर आया सामने

punjabkesari.in Friday, Jun 22, 2018 - 09:33 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमनजीत): आम आदमी पार्टी की लीडरशिप में मनमुटाव वीरवार को फिर सबके सामने आ गया। पत्रकारों के सामने ही डा. बलबीर सिंह और सुखपाल खैहरा ने एक-दूसरे को गलत साबित करने का प्रयास किया। मामला खैहरा द्वारा डा. बलबीर का फोन न उठाने संबंधी ट्वीट व खैहरा के स्पष्टीकरण से जुड़ा था। मामला बढ़ा तो खैहरा वहां से उठकर चले गए, जबकि डा. बलबीर ने कहा कि मामला हाईकमान के पास है, फैसला वही लेंगे।

पंजाब सह-प्रधान डा. बलबीर सिंह, नेता विपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा, विधायक सर्बजीत कौर मानुके, कंवर संधू, हरपाल सिंह चीमा, जय किशन सिंह रोड़ी व कुलतार सिंह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे कि संदोआ संबंधी बातचीत होने के बाद खैहरा ने कहा कि उन्हें बहुत दुख हुआ है कि सभी अखबारों में यही खबर दी गई है कि अरविंद केजरीवाल ने उन्हें (खैहरा को) मिलने से इंकार कर दिया जबकि असलियत यह थी कि उनके साथ 9 विधायक और थे और क्योंकि धरने की वजह से केजरीवाल की तबीयत नासाज थी, इसलिए उन्होंने किसी से भी मुलाकात नहीं की और पंजाब के विधायकों द्वारा पंजाब मामलों के प्रभारी मनीष सिसोदिया के साथ मुलाकात की गई। बैठक के दौरान पंजाब के राजनीतिक हालातों पर बात हुई और उनके मसले रैफरैंडम 2020 पर भी असल स्थिति से उन्हें अवगत करवाया गया।

मामला पार्टी फोरम में है।  इस पर जब पंजाब सह प्रधान डा. बलबीर सिंह से पूछा गया कि आपने ट्वीट करके यह कहा था कि सुखपाल सिंह खैहरा को 5 बार फोन किया गया है, ताकि उनका पक्ष जाना जा सके लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। अब खैहरा द्वारा अपना पक्ष रख दिया गया है तो क्या पार्टी इससे संतुष्ट है। डा. बलबीर सिंह ने कहा कि उन्होंने कई फोन किए थे और शायद किसी वजह से खैहरा उन्हें मिस कर गए लेकिन खैहरा द्वारा जो अपनी बात रखी गई है उस पर हाईकमान ही फैसला लेगी। इस पर खैहरा ने सभी के सामने यह कह दिया कि सोशल मीडिया पर ऐसा करना ‘इम्मैच्योर’ कार्रवाई थी और जो डा. बलबीर ने कहा है कि उन्होंने 5 फोन किए वो बिल्कुल गलत है क्योंकि उन्हें सिर्फ 1 ही कॉल की गई थी। 

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