हरियाणा में फतह के लिए पंजाब की कुर्बानी देगी AAP ?

punjabkesari.in Friday, Nov 02, 2018 - 10:13 AM (IST)

जालंधर (बुलंद): आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कन्वीनर अरविंद केजरीवाल ने अपने चंडीगढ़ दौरे में जहां हरियाणा में पार्टी की ओर से चुनावी बिगुल फूंका, वहीं हरियाणवियों को खुश करने के चक्कर में पंजाब विरोधी बयान देने से भी पीछे नहीं रहे। एक तरह से ‘आप’ हरियाणा फतह करने के चक्कर में पंजाब की कुर्बानी देती दिखाई दे रही है। 


केजरीवाल ने पराली जलाने के मुद्दे पर कहा कि हरियाणा में बहुत कम एरिया है, जहां पराली जलाई जा रही है, पर पंजाब सरकार इस मामले में पूरी तरह फेल साबित हुई है। हरियाणा की खट्टर सरकार ने उनसे किया वायदा निभाया है, पर पंजाब में पराली जलाने से पैदा होने वाले गंदे धुएं के कारण दिल्ली का वातावरण बिगड़ा हुआ है और दिल्ली में एयर क्वालिटी बदतर हुई है।  केजरीवाल ने एस.वाई.एल. मुद्दे पर भी हरियाणा के हक में जाते हुए कहा कि एस.वाई.एल. का फैसला सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार ही लागू होना चाहिए। जब केजरीवाल से सुखपाल खैहरा की नाराजगी के बारे में सवाल पूछे गए तो केजरीवाल इन सवालों से बचते दिखाई दिए और इसे पार्टी का अंदरूनी मामला बता इन सवालों से पल्ला झाड़ लिया। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि आम आदमी पार्टी अब पंजाब के बाद हरियाणा में चुनावी बिसात बिछाने में लगी हुई है। आम आदमी पार्टी हरियाणा में विधानसभा की 90 और लोकसभा की 10 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। 



लोकसभा चुनाव अगले साल की प्रथम छमाही में, जबकि हरियाणा में विधानसभा चुनाव अगले साल के अंत में होने हैं। ऐसा भी सुनने में आ रहा है कि शायद हरियाणा में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव एक साथ ही करवा दिए जाएं। जानकारों की मानें तो ऐसे में आप पार्टी के पास हरियाणा में चुनावी दांव खेलने के लिए समय कम है, इसलिए अब केजरीवाल ने सीधे तौर पर हरियाणा के मुकाबले पंजाब को नीचा दिखाकर हरियाणा के वोटरों को अपनी ओर करना शुरू कर दिया है। वैसे भी पंजाब में पार्टी को संभाल पाने में ‘आप’ हाईकमान बुरी तरह से विफल दिखाई दे रहा है। पंजाब के लिए फिलहाल आप पार्टी के पास यही योजना है कि पुराने नाराज नेताओं जैसे सुच्चा सिंह छोटेपुर, डॉ. गांधी, सुखपाल खैहरा आदि को मनाकर भगवंत मान के साथ एक मंच पर लाया जाए, ताकि वे खुद ही लोकसभा चुनावों के लिए तैयारियां और फंड कलेक्शन आदि कर सकें।  

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