AAP विधायक ने सिद्धू को दी चुनौती, कहा-''ऐसे विधायकों की List करें जारी''
punjabkesari.in Wednesday, Aug 18, 2021 - 11:07 AM (IST)
जालंधर(रमनदीप सिंह सोढी): विधान सभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने जनता के साथ तरह-तरह के वायदे करने शुरू कर दिए है जिनमें एक-दूसरे से बढ़-चढ़ कर मुफ्त सुविधाएं देने के दावे किए जा रहे हैं। चुनाव घोषणा पत्र में दर्ज ये वायदे आम तौर पर वफा नहीं हो पाते और लोग उन नेताओं को कोसने लगते हैं, जिन्होंने खुद वोटें डाल कर जिताया होता है।
इन मसलों पर बातचीत करते हुए ‘आप’ विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि लोकतंत्रीय ढांचे में फ्री की चीजें एक हद तक तो ठीक हैं लेकिन जरूरत से अधिक ये सुविधाएं ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि पंजाब के आर्थिक ढांचे में सुधार लाया जाए तब भी पंजाब के खजाने में 6 से 7 हजार करोड़ रुपए बचाए जा सकते हैं। बिजली समझौतों पर उन्होंने कहा कि आज भी इसमें सुधार हो जाए तो बिजली 3 से 4 रुपए सस्ती हो सकती है। पंजाब में धान के सीजन में 14,000 मैगावॉट और सर्दी में 3 से 6 हजार मैगावॉट बिजली की जरूरत पड़ती है। जो बिजली सरप्लस है, वह सर्दी में है लेकिन गर्मी में बाहरी राज्यों से बिजली खरीदनी पड़ती है। टाटा मुदरा पावर प्लांट सुप्रीम कोर्ट गया। जस्टिस नरिमन ने फैसला सुनाया कि यदि आपको समझौता फिट नहीं बैठता तो आप बिजली का रेट फिर से तय कर सकते हो। इसके तहत पंजाब को पहले से 50 पैसे अधिक अदा करने का नोटिस आ गया।
पंजाब सरकार को इन समझौतों पर दोबारा विचार करना चाहिए। अमन अरोड़ा ने बताया कि कोल माइन न चलाने के कारण 700 करोड़ रुपए व्यर्थ जा रहे हैं। इसी तरह ट्रांसपोर्टेशन व कोल वाशिंग के 2800 करोड़ चाॢजस अब तक दे चुके हैं और लगभग 10 हजार करोड़ आने वाले 20 वर्षों में अदा करने होंगे। पंजाब में सबसे अधिक 18 फीसदी ट्रांसपेरेंटिंग डिस्ट्रीब्यूशन लोसिस है। नवजोत सिद्धू पर सवाल उठाते हुए अरोड़ा ने कहा कि पहले अकाली दल की सरकार के समय सिद्धू भाजपा के लोकसभा सदस्य थे और उस दौरान ये समझौते हुए थे। अब वह साढ़े 4 वर्ष से कांग्रेस में हैं। अब सिद्धू अपनी ही पार्टी को कह रहे हैं यह कुछ नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि जब सिद्धू को बिजली विभाग सौंपा गया था तो मैंने उस समय सिद्धू को पत्र लिखा था कि हमारे पास सारा रिकार्ड है और आपको बताएंगे कि कहां पर गलत हुआ है और इसमें कैसे सुधार किया जा सकता है। सिद्धू को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि वह एक सूची जारी करें और बताएं कि उनके गुट वाले विधायकों में से कितने बेईमान हैं, जिनको टिकट नहीं दी जानी चाहिए।