AAP का खैहरा समर्थक विधायकों को पटाने का दावा, 7 में से 6 सम्पर्क में

punjabkesari.in Thursday, Jan 10, 2019 - 09:19 AM (IST)

जालंधर(मोहन): पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) ने अपनी डूबती नैया को बचाने के लिए अपने बागी धड़े में सेंध लगा ली है। पार्टी के विधानसभा में चीफ व्हिप विधायक कुलतार सिंह सिधवां की मानें तो जिसने पार्टी से जाना था, वह चला गया और अब और कोई नहीं जाएगा।

पार्टी में इसकी वजह भी दमदार है कि अपनी सारी उम्र की विधायक पद वाली पैंशन छोडऩे के लिए कोई भी विधायक तैयार नहीं है। पार्टी के सूत्रों ने दावा किया है कि रूठों को मनाने का कार्य हफ्ते-10 दिन में परवान चढ़ जाएगा जबकि पार्टी छोड़ कर गए विधायक सुखपाल सिंह खैहरा को नैतिकता के आधार पर बेनकाब करके ही उसके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया गया है। पार्टी से निलंबित सांसद डा. धर्मवीर गांधी के साथ संजय सिंह की बैठक के बाद अन्य खफा लोगों से बैठकों का सिलसिला गुप्त रूप से जारी है। खैहरा को छोड़ कर पार्टी सबसे बात करने को तैयार रही है। पार्टी बागी माने जाते विधायकों के मन में इस बात को बिठाने में कामयाब रही है कि अपनी तमाम उम्र के लिए मोटी पैंशन को विधायक खैहरा के पीछे लग कर नहीं खत्म करेंगे।

काबिले जिक्र है कि साढ़े 4 वर्ष पूरे करने के बाद ही विधायक पैंशन का हकदार हो सकता है। अभी तो विधायकों का कार्यकाल 2 वर्ष पूरा भी नहीं हुआ। पार्टी के चीफ व्हिप सिधवां के अनुसार खैहरा के मामले में पार्टी हाईकमान ने पंजाब इकाई को अपने ढंग के कार्रवाई का कह दिया है। विधायक अमन अरोड़ा का कहना था कि खैहरा जिस नैतिकता की बात कर रहे हैं, उसका खुलासा राज्य भर में पार्टी करेगी। अगर नैतिकता है तो खैहरा को विधायक पद से स्वयं ही त्यागपत्र देना चाहिए परन्तु पार्टी अभी खैहरा को विधायक पद से हटाने का पत्र पंजाब विधानसभा के स्पीकर को देकर खैहरा को हमदर्दी दिलाने के इरादे में नहीं है। बताते हैं कि खैहरा के साथी अन्य 7 विधायकों ने किसी न किसी आधार पर अपना औपचारिक प्रवेश खैहरा की पंजाबी एकता पार्टी से टाल दिया है। आप की रा’य इकाई के नेताओं का दावा है कि खैहरा के दावे वाले 7 विधायकों में से 6 उनके संपर्क में हैं और पार्टी इसका प्रदर्शन अगले सप्ताह करने जा रही है।

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