AAP को केवल अपने राजनीतिक एजेंडे से मतलब: कैप्टन

punjabkesari.in Friday, Sep 04, 2020 - 08:09 PM (IST)

चंडीगढ़ः मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के सफल कोविड प्रबंधन के दावों को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (आप) के पंजाब नेताओं को केवल अपने राजनीतिक एजेंडे से मतलब है, प्रदेश की सुरक्षा चिंताओं या जनता के हितों से नहीं। मुख्यमंत्री ने आप के कुछ नेताओं के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तरफ वह महामारी से मिलकर लड़ने की बात करते हैं दूसरी तरफ वह महामारी को लेकर पाकिस्तान की तरफ से फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी की अनदेखी करते हुए उन पर (कैप्टन पर) निजी हमले करते हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप नेताओं की तरफ से पाकिस्तान से आ रहे उन फेक न्यूज वीडियो पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है और ऐसे वीडियो के प्रसार के लिए पार्टी के एक कार्यकर्ता की गिरफ्तारी पर भी वह चुप्पी साधे हुए हैं। इसका मतलब है कि वह इस सच को लोगों के सामने नहीं आने देना चाहते बल्कि इसका राजनीतिक इस्तेमाल करना चाहते हैं। क्या यह सीमा पार पंजाब विरोधी तत्वों के हाथों खेलना नहीं हुआ? कैप्टन ने कहा कि केजरीवाल की यह घोषणा कि आप कार्यकर्ता पंजाब के गांवों में ऑक्सीमीटर के साथ घूम रहे हैं, प्रदेशवासियों को लुभाने की उनकी बेताबी को बेनकाब करती है क्योंकि वास्तव में प्रदेश में आप का कोई राजनीतिक वजूद नहीं बचा। कैप्टन ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में मामले बढ़ जाने पर केंद्र से मदद की गुहार लगाई थी जबकि पंजाब संकट से निबटने में पूरी तरह तैयार है।

उन्होंने कहा कि 10000 पल्स ऑक्सीमीटर खरीदे और वितरित किए जा चुके हैं और अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों और होम आयसोलेशन मरीजों के लिए 50000 ऑक्सीमीटर का टेंडर रख दिया गया है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पंजाब में उपकरणों की कोई कमी नहीं है और आप को याद दिलाने की कोशिश की कि केंद्रीय गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को दिल्ली में कोविड संकट के प्रबंधन के लिए व्यक्तिगत रूप से और प्रत्यक्ष हस्तक्षेप करना पड़ा था। दिल्ली सरकार की तरफ से कोविड स्थिति संभालने के आप नेताओं के झूठ का खुलासा करते हुए कैप्टन ने कहा कि दिल्ली में 4500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है जबकि पंजाब में 1690 लोगों की। प्रति दस लाख पर मृत्यु दर की बात करें तो दिल्ली में यह 268.6 है और पंजाब में 60.9 है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि केस लोड के मामले में दिल्ली देश में छठे स्थान पर है और पंजाब 17वें स्थान पर और दिल्ली में 14151 बेड हैं व पंजाब में 21431 बेड जबकि दिल्ली की आबादी 2.8 करोड़ है और पंजाब की आबादी 3.2 करोड़। कैप्टन ने कहा कि टेस्टिंग के मामले में भी अप्रैल 10 से सितंबर दो तक दिल्ली ने टेस्टिंग में 154 गुणा वृद्धि की थी, पंजाब ने 519.1 गुणा और दिल्ली की आरटी-पीसीआर टेस्टिंग के मुकाबले रैपिड एंटीजेन टेस्टिंग पर ज्यादा निर्भरता की भी आलोचना की जा रही है।


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Mohit

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