आदर्श ग्राम योजना: गलियों-नालियों तक ही सीमित रहा हरसिमरत बादल के गोद लिए गांव मान का विकास

punjabkesari.in Friday, Apr 05, 2019 - 09:59 AM (IST)

लम्बी/मलोट(जुनेजा): प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की ओर से गोद लिए गांव मान के निवासियों की आंखें भी विलक्षण योजनाओं के लिए तरस गई हैं। यह गांव बठिंडा संसदीय हलके के विधानसभा हलका लम्बी का गांव है जहां से लगातार 5 बार जीतकर प्रकाश सिंह बादल राज्य में 3 बार मुख्यमंत्री भी रहे। गांव वासियों का कहना है कि उनके गांव में हलके के बाकी गांवों से अलग कोई विकास नहीं हुआ। 


सिर्फ गलियां-नालियां ही बनीं 
गांव के सरपंच मंदर सिंह, मैंबर जगजीत सिंह और प्रधान हरपाल सिंह का कहना है कि गांव में गलियों-नालियों और लाइटों का काम करीब 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसके अलावा गांव में पंचायत घर, कम्युनिटी सैंटर भी बना है और पानी के निकास के लिए मोटरें लगाई गई हैं। गांव वासियों का कहना है कि यह सारा काम और गांवों में भी हुआ है। 


पीने वाले पानी की समस्या बरकरार 
गांव के पूर्व मैंबर बलवंत सिंह और हरजिन्द्र सिंह समेत गांव वासियों का कहना है कि विकास कामों को लेकर राजनीतिक पक्षपात होता रहा है। उन्होंने कहा कि गांव वासियों ने घर-घर से पैसे इकठ्ठा करके 10 प्रतिशत स्कीम के अंतर्गत केंद्र की ग्रांट के साथ एक करोड़ रुपए खर्च कर वाटर वक्र्स और आर.ओ. लगवाया था परन्तु सरकार की ओर से इसकी संभाल से हाथ खींचने के कारण अकेले वाटर वक्र्स का बिजली का बिल 38 लाख 38 हजार से अधिक होने के कारण कनैक्शन काटा गया। निजी कंपनी के हाथ सौंपने के कारण आर.ओ. कंपनी भी भाग गई। उन्होंने कहा कि गांव की नई पंचायत के प्रयासों के साथ फिर से पानी सप्लाई का काम शुरू करवाया गया है परन्तु डिग्गियों में नहरी पानी की सप्लाई न होने के कारण जमीन निचला पानी पीने के लिए सप्लाई करना मजबूरी बन गया है। 


गंदगी की भरमार 
गांव की चारदीवारी पर रूडिय़ां लगी हुई हैं। गांव में छप्पड़ों में से पानी की निकासी के लिए मोटरें लगाई गई हैं और चारदीवारी भी की गई है परन्तु गांव के तीनों छप्पड़ों की सफाई न होने के कारण गन्दगी की भरमार है जिस कारण बीमारियां फैलती हैं। इसके अलावा नालियों की सफाई का कोई प्रबंध नहीं। गांव के कुलविन्दर सिंह, शोकरन सिंह, बूटा सिंह, निक्का सिंह, काका सिंह के अलावा नौजवान धर्मेंद्र सिंह, जगसीर सिंह का कहना है कि गरीब परिवारों और नौजवानों के लिए राजनीतिक भेदभाव से ऊपर उठकर सुविधाएं और रोजगार का प्रबंध किया जाए।

हरसिमरत कौर बादल की तरफ से किए काम 
गांव को गोद लेने के बाद हरसिमरत कौर बादल ने जहां समूचे गांव में इंटरलॉक वाली गलियां और नालियां बनाकर लाइटें लगाईं वहीं छप्पड़ों से पानी की निकासी के लिए वाटर ट्रीटमैंट प्लाट लगाए। गांव में शानदार आंगनबाड़ी केंद्र, कम्युनिटी सैंटर, पंचायत घर के अलावा वालीबाल की ग्राऊंड बनाई गई और शूटिंग रेंज और सोसायटी की इमारत का काम शुरू किया गया। 

सेहत सुविधाएं जीरो
गांव में दलित महिलाएंं जसप्रीत कौर, गुरमेल कौर और गुरदीप कौर के अलावा जगसीर सिंह ने बताया कि गांव में कोई सिविल या पशुओं का सेहत केंद्र न होने के कारण गांव वासियों को सेहत सेवाओं के लिए बादल, लम्बी या बङ्क्षठडा जाना पड़ता है इसलिए आम गरीब बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ब्यूटी पार्लर का काम कर रही लड़की जसप्रीत कौर का कहना है कि गांव में बैंक नहीं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री की तरफ से ऐसी कोई स्कीम नहीं चलाई गई जिसके साथ नौजवान लड़कियों को बैंक आदि से कोई कर्जा या और सहायता मिल सके ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

Vatika