प्रशासन फेल,मकसूदां मंडी में भीड़ आउट ऑफ कंट्रोल

punjabkesari.in Wednesday, Apr 15, 2020 - 08:19 AM (IST)

 

 जालंधरः जालंधर में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बावजूद जिला प्रशासन मकसूदां मंडी में उमड़ रही भीड़ का हल नहीं तलाश पा रहा। मंगलवार को भी हजारों की भीड़ मंडी पहुंची। इनमें 13 ऐसे लोग बुखार से पीड़ित थे। डेढ़ घंटे तक इन लोगों को मंडी में बैठाकर एंबुलेंस में सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। सिविल अस्पताल में सामान्य जांच के बाद इन्हें घर भेज दिया गया। मंडी में भीड़ कम करने के लिए डी.सी. वरिंद्र कुमार शर्मा के आदेश पर  77 आढ़तियों के ड्रॉ निकालकर फड़ें अलॉट की हैं। आढ़तियों के साथ मीटिंग में फैसला लिया गया कि सभी को अलग-अलग फड़ों पर बैठाया जाएगा। किसी भी हालत में परचून माल नहीं बिकने दिया जाएगा। परचून माल बेचने पर पर्चा दर्ज किया जाएगा।

फिर भी मकसूदां मंडी में कुछ लोग परचून में माल बेच रहे हैं। मंगलवार को डीएमओ दविंदर सिंह कैंथ, डी.सी.पी. गुरमीत सिंह के सख्त आदेशों के बाद 25 लोगों को पकड़ा गया। इसमें ज्यादातर महिलाएं थीं। इन्हें वार्निंग देकर पुलिस ने छोड़ दिया। वहीं 2 लोगों के खिलाफ धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है। बाद में इनको जमानत पर छोड़ दिया गया।  

मंडी में हर रोज तेज बुखार के 10-15 केस सामने आ रहे हैं। आई.एम.ए. के डाक्टरों द्वारा इन्हें सिविल अस्पताल भेजा जा रहा है लेकिन सिविल में गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। रेहड़ी वालों का कहना है कि डेढ़-दो घंटे बेवजह परेशान किया जा रहा है। सिविल में जांच के बाद आदमपुर निवासी परमजीत सिंह ने कहा कि मंडी में डाक्टरों ने कहा कि बुखार है। सिविल में डाक्टरों ने नॉर्मल बताकर जाने दिया। जो सब्जी खरीदी थी वो भी वापस नहीं मिली। वहीं, डॉ. शोभना ने कहा कि जिन लोगों को सिविल में मंडी से लाया जा रहा है, उनके सैंपल लिए जा रहे हैं।
  

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