ईराक मामलाः 30 नौजवानों की मौत के बाद भी नहीं जागा प्रशासन

punjabkesari.in Friday, Jun 01, 2018 - 08:05 AM (IST)

अमृतसर (नीरज): अजनाला के अनरजिस्टर्ड ट्रैवल एजैंट राजबीर के हत्थे चढ़कर पंजाब के 30 नौजवानों की मोसुल (ईराक) में आई.एस.आई.एस. के आतंकियों के हाथों दर्दनाक मौत होने का मामला सामने आने के बावजूद जिला प्रशासन व पुलिस की नींद नहीं टूटी है। आई.एस.आई.एस. के हाथों मारे गए नौजवानों की अस्थियां जब अमृतसर एयरपोर्ट आई तो इस मामले को राजनीतिक रंग दिया गया और बड़े-बड़े नेता एयरपोर्ट पर अस्थियां रिसीव करने के लिए आए लेकिन अभी तक राजबीर एजैंट को किसी ने भी गिरफ्तार नहीं किया है।

उल्टा अनरजिस्टर्ड, जाली व ठग ट्रैवल एजैंट्स आए दिन नौजवानों को विदेश भेजने की आड़ में अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। आए दिन जाली ट्रैवल एजैंट्स के की ठगी के मामले सामने आने के बाद रजिस्टर्ड व डी.सी. दफ्तर से लाइसैंस लेकर काम करने वाले ट्रैवल एजैंट्स व कंसल्टैंट्स को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि ठगी के मामले सामने आने के बाद उनकी भी छवि खराब होती है।

जालंधर पुलिस की कार्रवाई के बाद अमृतसर में सन्नाटा
जालंधर पुलिस की तरफ से ट्रैवल एजैंट्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के बाद अमृतसर में भी सन्नाटा छाया हुआ है। हालांकि सभी ट्रैवल एजैंट्स व कंसल्टैं्स विरोध कर रहे हैं कि पुलिस ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है जिन्होंने लाइसैंस लेने के लिए आवेदन दिया हुआ है। उन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जो बिना आवेदन व बिनालाइसैंस काम कर रहे हैं। 

बिना लाइसैंस 3 से 5 वर्ष की सजा
बिना लाइसैंस काम करने वाले ट्रैवल एजैंट्स के खिलाफ 3 से 5 वर्ष की सजा व 1 लाख रुपए तक के जुर्माने का भी प्रावधान रखा गया है ताकि भोले-भाले नौजवानों के साथ ठगी करने वाले एजैंट्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।

डी.सी. दफ्तर ने जारी किए हैं सिर्फ 155 लाइसैंस
डी.सी. दफ्तर की बात करें तो अभी तक ए.डी.सी. (ज) की तरफ से 155 लाइसैंस जारी किए गए हैं। बाकायदा इसकी लिस्ट को वैबसाइट पर भी रखा गया है। कुल 295 आवेदन मिले हैं इनमें से 10 केस फाइनल अथॉरिटी के पास साइन के लिए गए हैं। 4 केस रद्द किए जा चुके हैं और 100 से ज्यादा लाइसैंस के आवेदन पैंडिंग चल रहे हैं जिनको पिछले कई महीनों से लाइसैंस जारी नहीं किया जा रहा है। 

Anjna