पूरे इलाके को सील कर रात 8 बजे रागी निर्मल सिंह का प्रशासन ने किया अंतिम संस्कार

punjabkesari.in Thursday, Apr 02, 2020 - 09:41 PM (IST)

अमृतसर(नीरज)- श्री हरमंदिर साहिब के पूर्व हजूरी रागी पद्मश्री निर्मल सिंह खालसा का प्रशासन ने काफी जदोजहद के बाद रात 8 बजे गांव शुक्रचक में अंतिम संस्कार कर दिया। इससे पहले वेरका के नजदीक एक गांव में निर्मल सिंह का अंतिम संस्कार करने का जिला प्रशासन की तरफ से तैयारी की गई थी लेकिन एक स्थानीय नेता व जनता की तरफ से इसका भारी विरोध किया गया जिसके चलते प्रशासन ने वेरका का इलाका छोड़ दिया। एसडीएम विकास हीरा व तहसीलदार मंजीत सिंह की अगुवाई में सेहत विभाग की टीम की तरफ से निर्मल सिंह खालसा के मृतक शरीर को पूरी तरह से आईसोलेट भी किया था। इतना ही नहीं संस्कार के दौरान उनके मुख्य परिजनों के अरदास आदि करने के लिए मैडिकल किट्स का भी प्रबंध किया गया था। 

जानकारी के अनुसार निर्मल सिंह खालसा की वीरवार की सुबह चार बजे मौत हो गई थी। अमृतसर जिले में किसी स्थानीय निवासी की यह पहली मौत हुई है। अभी एक दिन पहले ही जिला प्रशासन की तरफ से उनकी रिहाइश गली नंबर, 8  शहीद उधम सिंह नगर को सील किया गया था लेकिन किसी को नहीं पता था कि एक दिन पहले आई निर्मल सिंह खालसा की पॉजिटिव कोरोना रिपोर्ट एक दिन में ही उनकी जान ले लेगी। पदमश्री निर्मल सिंह खालसा श्री हरिमन्दिर साहिब में हजूरी रागी होने के चलते सिख संगत में उनका काफी मान सम्मान भी था। 

जिला प्रशासन की तरफ से उनकी अन्य नजदीकियों जैसे ड्राइवर, पत्नि, बेटा, बेटी व अन्य रिश्तेदारों को भी आइसोलेशन वार्ड में दाखिल कर दिया गया जिनमें से कुछ कि रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दूसरी तरफ निर्मल सिंह खालसा की मौत की खबर सुनने के बाद जिला प्रशासन ने पूरी सुल्तानविंड रोड, तरनतारन रोड, शहीद उधम सिंह नगर सहित पुलिस थाना बी-डिवीजन का सारा इलाका बंद करवा दिया है। यहां तक कि कफर््यू पास वाली दवा, करियाना व दूध पदार्थ बेचने वाली दुुकानों को भी सील कर दिया गया है। प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। जिस प्रकार से कोरोना फैलने की अफवाहें आ रही हैं उस पर निर्मल सिंह खालसा की मौत ने आग में घी डालने जैसा काम किया है और सारा इलाका दहशत में है।

चंडीगढ़ के सैक्टर 27-ए की कोठी नंबर 73 में किया था कीर्तन
निर्मल सिंह खालसा को मार्च के महीने में खांसी व बुखार की समस्या आई थी और इसके बाद वह लगातार डाक्टरों के संपर्क में थे। इससे पहले वह चंडीगढ़ के सैक्टर 27-ए की कोठी नंबर 73 सहित पंजाब के कई स्थानों में धार्मिक कीर्तन करवा चुके थे। इस खबर के बाद पूरे राज्य में सेहत विभाग अलर्ट हो गया है और कोरोना के खिलाफ जंग को और ज्यादा तेज कर दिया गया है। 
 

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