मिलावटखोरों को 6 साल तक की सजा व 10 लाख रुपए जुर्माना होगा

punjabkesari.in Monday, Aug 27, 2018 - 10:38 PM (IST)

अमृतसर(दलजीत): पंजाब में मिलावटखोरों के खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई भी होगी। सेहत विभाग के साथ-साथ अब प्रशासनिक अधिकारी भी मिलावटखोरों के खिलाफ तंदुरुस्त पंजाब मुहिम के तहत कार्रवाई को अंजाम देंगे। इस संबंध में कमिश्नर फूड तथा ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन पंजाब काहन सिंह पन्नू ने राज्य के सभी डिप्टी कमिश्नरों को पत्र लिखकर मिलावटखोरी को हर हालत में रोकने के लिए निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा आम जनता को भी सरकार द्वारा चलाई गई मुहिम में सहयोग करने की अपील की गई है।

विभाग के कमिश्नर द्वारा डिप्टी कमिश्नरों को जारी पत्र में कहा गया है कि पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य विभाग के फूड सुरक्षा कमिश्नरेट के अधिकारियों द्वारा पंजाब में बड़े स्तर पर नकली तथा मिलावटी दूध और दूध से खाद्य पदार्थ बनाने वालों की चैकिंग की गई तो पाया गया कि पंजाब में काफी लोग मिलावटी दूध तथा दूध से बने खाद्य पदार्थों के धंधे से जुड़कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं तथा डेयरी व्यवसाय के साथ जुड़े किसानों का भी बड़े स्तर पर नुक्सान कर रहे हैं। आपके अधीन आते एस.डी.एम. तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए जाएं कि वे मिठाई विक्रेता, होटल, रैस्टोरैंट, ढाबे, कैटरिंग कंपनियां इत्यादि से मीटिंग करके उक्त व्यक्तियों को मिलावटखोरी के संबंध में सचेत करें।

‘पंजाब केसरी’ से विशेष बातचीत के दौरान कमिश्नर काहन सिंह पन्नू ने कहा कि विभाग फूड सेफ्टी तथा स्टैंडर्ड एक्ट 2006 के अनुसार मिलावटखोरी रोकने के लिए पूरी तरह से प्रयत्नशील है। राज्य के डिप्टी कमिश्नरों को मिलावटखोरी के खिलाफ अभियान शुरू करने की अपील की गई है तथा एस.डी.एम. तथा पुलिस के एस.पी. स्तर के अधिकारियों की इस संबंध में ड्यूटियां लगाने के लिए कहा गया है। मिलावटखोरी करने वालों के खिलाफ एक्ट के तहत 6 वर्ष तक की सजा तथा 10 लाख रुपए तक का जुर्माना किए जाने का प्रावधान है। इसके अलावा यदि मिलावटी पदार्थ खाने से किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो संबंधित सामान बेचने वाले दुकानदार या बनाने वाले को उम्रकैद के अलावा कम से कम 10 लाख रुपए तक जुर्माना भी हो सकता है। काहन सिंह पन्नू ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे भी प्रशासनिक अधिकारियों से सम्पर्क करके मिलावटखोरी खत्म करने के लिए जमीनी स्तर पर काम करें। राज्य में सेहत अधिकारी, फूड अधिकारी हर जिले में छापेमारी कर रहे हैं। इसके अलावा राज्य स्तर पर भी मिलावटखोरी रोकने के लिए एक स्पैशल टीम गठित की गई है जो अलग-अलग जिलों में जाकर छापेमारी कर रही है। 

वर्णनीय है कि काहन सिंह पन्नू के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मिलावटखोरों के खिलाफ सख्ती से काम कर रहे हैं परन्तु कई जिलों में प्रशासनिक अधिकारी स्वास्थ्य अधिकारियों की कार्रवाई में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे। विभाग के कमिश्नर द्वारा इस संबंध में आज पत्र लिख कर सभी डिप्टी कमिश्नरों को अधिकारियों का साथ देने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

Des raj