पुलिस के लिए मुसीबत बने Aferican Citizen,ऐसे बना रहे युवा पीढ़ी को अपना शिकार

punjabkesari.in Monday, Dec 31, 2018 - 10:02 AM (IST)

कपूरथला(भूषण): विगत 2 वर्षों से प्रदेशभर में ड्रग माफिया के खिलाफ बड़ी मुहिम चला रही पंजाब पुलिस के लिए अफ्रीका से आने वाले आप्रवासी भारी चुनौती बन चुके हैं। विगत 10 दिनों में जालंधर जिला सहित पूरे दोआबा क्षेत्र में अफ्रीका से संबंधित 2 महिलाओं सहित 4 ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी ने जहां पंजाब पुलिस को चिंतित कर दिया है।

पंजाब में बढ़ रही अफ्रीकी छात्रों की एंट्री

वहीं इन अफ्रीकी तस्करों द्वारा बड़े शिक्षण संस्थानों में पढने वाले विद्यार्थियों को अपना ग्राहक बनाने के खुलासे ने इन शिक्षण संस्थाओं में पढने वाले विद्यार्थियों के परिजनों को चिंता में डाल दिया है। गौरतलब है कि विगत 2 दशक से पंजाब सहित देशभर में खुले कई बड़े शिक्षण संस्थानों में हजारों की संख्या में अफ्रीकी विद्यार्थियों की एंट्री हुई है। इस दौरान भारत में अफ्रीकी देशों नाईजीरिया, जिम्बॉब्वे, कीनिया तथा युगांडा से विजिटर वीजा पर भारत आने वाले अफ्रीकी नागरिकों की संख्या में कई गुना की बढ़ौतरी हुई है।

नशे के आदी बन रहे है विद्यार्थी

विगत दिनों जालंधर देहाती पुलिस ने फिल्लौर क्षेत्र में भारी मात्रा में हैरोइन की खेप के साथ एक अफ्रीकी महिला को गिरफ्तार किया था। 2-3 दिन पहले नवांशहर पुलिस ने एक अफ्रीकी महिला को ड्रग की बड़ी खेप सहित गिरफ्तार किया है। वहीं इस दौरान जालंधर व मोहाली पुलिस विगत 10 दिनों के दौरान 2 अफ्रीकी नागरिकों को हैरोइन की खेप सहित गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने पुलिस के समक्ष पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि यह हैरोइन शिक्षण संस्थानों में पढऩे वाले उन विद्यार्थियों के लिए लाई गई थी जो नशा करने के आदी हो चुके हैं। अफ्रीकी नागरिकों की इस गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया है कि किस तरह ड्रग तस्कर अफ्रीकी नागरिकों को आगे कर शिक्षण संस्थानों को अपना निशाना बना रहे हैं। 

रातों-रात अमीर बनने के चक्कर में ड्रग तस्करों के  जाल फंस जाते हैं 
 विगत एक दशक से प्रदेश के विभिन्न जिलों की पुलिस द्वारा हैरोइन जैसे महंगे नशे की खेप के साथ कई अफ्रीकी नागरिकों को पकड़ा जा चुका है लेकिन अब विगत कई दिनों से इसमें काफी तेजी आई है।  पंजाब पुलिस द्वारा ड्रग विरोधी मुहिम के दौरान की गई बड़े स्तर पर बरामदगी के बाद ड्रग तस्करों को पुलिस से बचने के लिए एक नई रणनीति बनाते हुए उन अफ्रीकी महिलाओं को ड्रग पैडलर बनाना शुरू कर दिया है, जो गरीब अफ्रीकी देशों से भारत में आती हैं तथा रातों-रात अमीर बनने के सपने में उक्त ड्रग तस्करों के  जाल में फंस जाती हैं। 

कानून की पेंचीदगियां व भाषा की समस्या के कारण नहीं हो पाती पूरी पूछताछ
हैरोइन की खेप के साथ पकड़े गए अफ्रीकी नागरिकों से सख्त पूछताछ न कर पाने की एक मुख्य वजह जहां कानून की पेंचीदगियां हैं, वहीं भाषा की समस्या भी इसमें अहम कारण बनती है। जिसके कारण पुलिस टीमें इन अफ्रीकी नागरिकों से सख्त पूछताछ नहीं कर पातीं। कई बार उनके साथ जुड़े लोगों का खुलासा नहीं हो पाता।

क्या कहना है एस.एस.पी. का
ड्रग विरोधी मुहिम में पुलिस को मिल रही सूचनाएं काफी बढिया रोल अदा कर रही हैं जिस कारण काफी संख्या में ड्रग तस्कर पकड़े जा चुके हैं। पुलिस टीमों को सभी संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने के आदेश दिए गए हैं। -एस.एस.पी. सतिंदर सिंह

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