ढींडसा की टिप्पणी के बाद शिअद विधायक दल ने ढिल्लों के चुनाव पर लगाई मोहर

punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2020 - 08:26 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): शिरोमणि अकाली दल में बगावती सुरों की अगुवाई कर रहे सुखदेव  सिंह ढींडसा की तल्ख टिप्पणी के बाद आखिरकार शिअद विधायक दल ने बैठक कर शरणजीत सिंह ढिल्लों को नेता चुने जाने के फैसले पर मोहर लगा दी। 

ध्यान रहे कि शिअद में तानाशाही का आलम होने की बात कहते हुए ढींडसा ने टिप्पणी की थी कि इससे बड़ी मिसाल क्या होगी कि विधायक दल के नेता को भी कोर कमेटी ने ही चुन लिया है जबकि फैसला विधायकों ने करना होता है। उधर विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद अप्रत्यक्ष तौर पर ढींडसा पर निशाना साधते हुए ढिल्लों ने कहा कि शिअद विधायक दल के सदस्य को कांग्रेस के हाथों में नहीं खेलना चाहिए।

चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग की गई ताकि मुकम्मल कर्जा माफी और किसान आत्महत्या पीड़ित परिवारों को मुआवजा व सरकारी नौकरियां देने समेत ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की जा सके। कांग्रेस सरकार से किसानों की भलाई के बारे चर्चा और हालात सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाने से नहीं भागना चाहिए। ढिल्लों के मुताबिक मीटिंग में सदस्यों ने कहा कि अफसोस की बात है कि मान-सम्मान के बावजूद परमिंद्र ढींडसा विरोधी पार्टी के नेता के तौर पर अपने कत्र्तव्य निभाने में नाकाम रहे हैं। 

ढींडसा की गतिविधियां अकाली दल को कमजोर करने व कांग्रेस को समर्थन देने में लक्षित लगती हैं। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस की जन विरोधी नीतियों को बेनकाब करने के लिए पूरे उत्साह से काम करेंगे। बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि परमिंद्र ऐसे समय जिम्मेदारी छोड़कर भाग गए जब पूरा करने की सबसे अधिक जरूरत थी क्योंकि समाज का हर वर्ग कांग्रेस सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहा है।  

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