कमिश्नर से कहा-सुनी के बाद LED कंपनी के स्टाफ का कारनामा, घटना सी.सी.टी.वी. में कैद

punjabkesari.in Monday, Jan 09, 2023 - 11:24 AM (IST)

जालंधर: शहर की पुरानी हो चुकी स्ट्रीट लाइटों को बदलने के काम पर 50-60 करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद भी जालंधर शहर के स्ट्रीट लाइट सिस्टम में कोई सुधार नहीं आया है। गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी के करीब 50 करोड़ के प्रोजैक्ट के तहत पुरानी लाइटों को बदल तो दिया गया परंतु इस प्रोजेक्ट की निगरानी किसी अधिकारी ने नहीं की और कंपनी ने भी अत्यंत देसी तरीके से केवल लाइटों को ही बदलने का काम किया जिस कारण सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों में एल.ई.डी कंपनी विरुद्ध रोष व्याप्त है।

स्मार्ट सिटी के इस प्रोजैक्ट का पंजाब सरकार ने थर्ड पार्टी ऑडिट भी करवाया था जिस दौरान कई गड़बड़ियां पाई गई और अब स्मार्ट सिटी के बचे खुचे अधिकारी इन गड़बड़ियों को दूर करवाने में लगे हुए हैं। इस बीच दिल्ली की एच.पी.एल कंपनी ने अपने 50 से ज्यादा कर्मचारियों को पिछले चार-पांच महीने से वेतन नहीं दिया है जो फील्ड में जाकर लाइटों को जलाने बुझाने या ठीक इत्यादि करने का काम करते हैं ।

इन स्टाफ सदस्यों ने कल पार्षद हाउस की बैठक के बाहर रोष प्रदर्शन भी किया था और निगम कमिश्नर से भी उनकी काफी कहासुनी हुई थी। कहा जाता है कि कमिश्नर समक्ष रोष प्रदर्शन करने के बाद कंपनी के स्टाफ ने शाम के समय शहर के कई स्थानों पर जाकर स्ट्रीट लाइटों को जलाने वाली तारों इत्यादि को काट डाला और कई जगह से स्विच इत्यादि बंद कर दिए। रात होते ही जब शहर के विभिन्न भागों में अंधेरा छाने लगा तो निगम अधिकारियों के फोन की घंटियां बजने लगी। ऐसे में निगम स्टाफ को फील्ड में भेजा गया जिन्होंने दर्जनभर स्थानों पर जाकर स्ट्रीट लाइटों को चालू किया।

छोटी बारादरी के सी.सी.टी.वी. कैमरे में कैद हो गई घटना

दिल्ली की एल.ई.डी कंपनी के कर्मचारियों ने किस प्रकार शाम के समय विभिन्न स्थानों पर जाकर स्ट्रीट लाइट सिस्टम की तारों को काटा, इस बाबत सारी घटना छोटी बारादरी की एक कोठी के बाहर लगे सी.सी.टी.वी. में कैद हो गई है । गौरतलब है कि इस क्षेत्र में जहां क्रिकेटर हरभजन सिंह की कोठी है, उस लाइन में भी स्ट्रीट लाइट की तारें काटी गई। इसके अलावा नामदेव चौक से लेकर बी.एम.सी. चौक, बस स्टैंड क्षेत्र, खालसा कॉलेज से बी.एस.एफ. चौक की ओर जाने वाली सड़क, न्यू जवाहर नगर की मेन मार्कीट, छोटी बारादरी, अर्बन एस्टेट फेज वन फेस टू, गुलमोहर कॉलोनी, होशियारपुर रोड, पठानकोट रोड इत्यादि असंख्य स्थान ऐसे हैं जहां एल.ई.डी. कंपनी के स्टाफ ने स्ट्रीट लाइट सिस्टम को नुक्सान पहुंचाया। इस कारण रविवार को भी इनमें से ज्यादातर क्षेत्र की स्ट्रीट लाइटें बंद रहीं।

आज स्मार्ट सिटी का घेराव करेगा स्टाफ

कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें चार-पांच महीने से कोई वेतन नहीं मिला और इससे पहले भी कंपनी वेतन देने में देरी करती रही है। इस कारण उनके घरों का गुजारा होना मुश्किल हो गया है। इन कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी के अधिकारी यह बहाना लगा रहे हैं कि स्मार्ट सिटी से उन्हें पेमेंट नहीं हो रही जिस कारण वेतन रिलीज नहीं हो पा रहा। कंपनी कर्मचारियों ने बताया कि सोमवार को वह स्मार्ट सिटी कार्यालय का घेराव करेंगे ।

कोहरे और धुंध ने बढ़ाई परेशानी

इन दिनों जालंधर का मौसम अत्यंत सर्द और खराब चल रहा है। कोहरे और धुंध के कारण वैसे ही ट्रैफिक प्रभावित है परंतु ऊपर से स्ट्रीट लाइटों के बंद होने से लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। लोग स्ट्रीट लाइट की सुविधा ना मिलने पर नगर निगम को कोस रहे हैं। टूटी सड़कों के कारण भी लोगों की परेशानी बढ़ गई है। ऐसे में सड़कों पर अंधेरा पसरा होने के चलते शनिवार और रविवार की रात कई जगह एक्सीडेंट भी हुए।


विजिलेंस भी कुछ न कर रही

एल.ई.डी स्ट्रीट लाईट प्रोजैक्ट शुरू से ही विवादों में रहा है। एक कांग्रेसी विधायक को छोड़कर बाकी तीन विधायकों, मेयर और बाकी पार्षदों को कभी यह प्रोजैक्ट या कम्पनी का कामकाज पसंद नहीं आया। निगम के पूरे पार्षद हाऊस ने इस प्रोजैक्ट की आलोचना करके इसकी विजिलेंस से जांच की सिफारिश की। वैसे भी पंजाब सरकार ने इस प्रोजैक्ट की जांच का काम जालंधर विजिलैंस ब्यूरो को सौंप रखा है। विजिलेंस ने अभी तक इस मामले में कुछ नहीं किया जिस कारण हालात सुधरने की बजाए बिगड़ते जा रहे हैं।

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News Editor

Urmila