पंजाब केसरी के खुलासे के बाद चेस एसोसिएशन में मचा हड़कंप

punjabkesari.in Sunday, Jun 20, 2021 - 11:46 PM (IST)

जालंधरः पंजाब चेस एसोसिएशन के मोगा में होने जा रहे चुनाव के लिए नामित किए गए रिटर्निंग आफिसर की निष्पक्षता संदेह के घेरे में आने के बाद चुनाव के बाद रिटनिंग आफिसर रमेश शर्मा ने खुद को चुनाव से अलग  कर लिया है लेकिन तमाम नियमों को ताक  पर रखते हुए अपनी जगह खुद ही रजनीश धुस्सा को रिटर्निंग आफिसर नियुक्त कर दिया है। पंजाब केसरी ने 19  जून के अंक में रिटर्निंग आफिसर रमेश शर्मा की निष्पक्षता  को लेकर बड़ा खुलासा किया था। इस चुनाव के लिए रिटर्निंग आफिसर बनाए गए रमेश शर्मा के बेटे माणिक शर्मा इस चुनाव में उपध्यक्ष पद के उम्मीदवार हैं और रमेश शर्मा खुद बतौर डेलीगेट भी चुनाव में हिस्सा ले रहे थे। उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए मोहाली चेस एसोसिएशन के अध्यक्ष और चुनाव में  अध्यक्ष पद के उम्मीदवार कुलतार सिंह ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया था और इस पूरे मामले में इंडियन चेस फेडरेशन को भी पत्र लिखा था। पंजाब केसरी की खबर के बाद चुनाव के रिटर्निंग अधिकारी रमेश शर्मा ने भूमिका निभाने में असमर्थता जाहिर की है और रजनीश धुस्सा को अपनी जगह खुद ही नामित कर दिया। उन्होंने इसके लिए पंजाब चेस एसोसिएशन की जनरल बॉडी मीटिंग बुलाने की जरूरत भी नहीं समझी

आनन-फानन में चुनाव स्थल बदला
इस बीच चुनाव के आयोजकों ने आनन फानन में चुनाव  स्थल बदल कर होटल चोखा एम्पायर कर दिया है। पहले यह चुनाव केम्ब्रिज इंटरनैशनल स्कूल में होना था लेकिन चुनाव के लिए जिला प्रशासन की मंजूरी न होने  के कारण वहां आयोजन की इजाजत नहीं मिली है और अंतिम समय में आयोजन स्थल बदल दिया गया है। इससे पहले इसी तरह आनन-फानन में आयोजन की तिथि बदली गई थी और चुनाव की तिथि को बदल कर 20 से 21 जून कर दिया गया। अचानक आयोजन स्थल बदले जाने के कारण मोहाली और कपूरथला की चेस एसोसिएशन ने इस चुनाव में भाग लेने से इंकार कर दिया है जिस से पूरी चुनाव प्रक्रिया ही संदेह के घेरे में आ गई है।

चेस फेडरेशन के आब्जर्वर की भूमिका भी संदेह के घेरे में
पंजाब चेस फेडरेशन के चुनाव में सामान्य तौर पर नैशनल चेस फेडरेशन का आब्जर्वर नहीं होता लेकिन इस चुनाव को ज्यादा विश्सनीयता दिखाने के लिए आयोजकों ने नेशनल चेस फेडरेशन के कैशियर नरेश शर्मा को बतौर आब्जर्वर नियुक्त किया है लेकिन नरेश शर्मा भी आनन- फानन में चुनाव का रिटर्निंग आफिसर बदले जाने और उसी रिटर्निंग आफिसर द्वारा अपनी पावर रजनीश धुस्सा को ट्रांसफर करने, चुनाव की तिथि और चुनाव  स्थल बदले जाने को लेकर पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं लिहाजा बतौर आब्जर्वर उनकी भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है। कायदे से आब्जर्वर अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए चुनाव का रिटर्निंग ऑफिसर बदले जाने पर चुनाव प्रक्रिया को रोकने अथवा स्थगित करने का सुझाव दे सकता है लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं हो रहा और आनन-फानन में चुनाव प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश हो रही है। पंजाब केसरी ने इस मामले में नरेश शर्मा के फोन पर संपर्क कर के उनका पक्ष जानने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

Content Writer

Yaspal