उत्तर भारत में जहरीली हवा का कहर: पंजाब में प्राकृतिक आपदा घोषित

punjabkesari.in Saturday, Jun 16, 2018 - 09:48 AM (IST)

चंडीगढ़/नई दिल्ली(अश्वनी, एजैंसियां): पश्चिमी विक्षोभ (वैस्टर्न डिस्टर्बैंस) के चलते राजस्थान से आई धूल भरी हवाओं ने हरियाणा और पंजाब सहित पूरे उत्तर भारत में लाखों लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। पूरा उत्तर भारत शुक्रवार को धूल-धूसरित रहा।

 

निर्माण गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से रोक
वहीं पंजाब में प्राकृतिक आपदा की घोषणा कर दी गई है। यह घोषणा राज्यभर में छाए धूल के गुबार को देखते हुए की गई है। इस सिलसिले में पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के उच्चाधिकारियों ने बैठक की जिसमें हवा के बदले मिजाज पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। इसके बाद बोर्ड ने प्राकृतिक आपदा करार देने का फैसला किया है। कहा गया कि हवा की गुणवत्ता इस कदर बिगड़ चुकी है कि इसका सीधा असर लोगों के साथ-साथ पशुओं के स्वास्थ्य व पेड़-पौधों पर भी पड़ रहा है। साथ ही बोर्ड ने मौसम साफ न हो जाने तक राज्यभर में निर्माण गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। खुले ट्रक-ट्रॉली में रेत और मिट्टी की ढुलाई पर प्रतिबंध लगा दिया है। नैशनल हाईवे और सड़कों के निर्माण कार्य पर भी रोक लगा दी है। उधर प्रदूषण को देखते हुए हरियाणा और दिल्ली सरकार ने सभी निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है।

एयर क्वालिटी इंडैक्स गंभीर स्थिति में पहुंचा
हरियाणा सरकार ने शहरों में कूड़े-कचरे को जलाने पर रोक लगा दी है तथा सभी प्रकार के हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर की गतिविधियों पर अगले 48 घंटों के लिए पाबंदी लगाई गई है। पंजाब में सामान्य तौर पर हवा में जितना प्रदूषण रहता है, इन दिनों धूल के कारण उसमें 5 से 6 फीसदी का इजाफा हो गया है। खासतौर पर पी.एम. 10 यानी धूल कण खतरनाक स्तर को पार कर गए हैं। हवा में पी.एम. 10 की मौजूदगी 100 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर तक सामान्य मानी जाती है लेकिन इन दिनों कई जगह स्तर 500-600 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर तक पहुंच चुका है। कुछ ऐसी ही हालत पी.एम. 2.5 की भी है इसलिए एयर क्वालिटी इंडैक्स गंभीर स्थिति में पहुंच गया है। अमृतसर में स्थिति बेहद खराब है, यहां एयर क्वालिटी इंडैक्स 454 रिकॉर्ड किया गया है। वहीं लुधियाना में यह स्तर 443 है। मंडी गोबिंदगढ़ में 440, रूपनगर में 417, पटियाला में 403 और खन्ना में 389 रिकॉर्ड किया गया है।

 

स्वास्थ्य के लिए बरतें ये सावधानियां
- खुले में वाहनों में लम्बा सफर न करें
- दमे की बीमारी से पीड़ित हैं तो बाहर निकलने से करें परहेज
-खिलाड़ी कसरत करने पार्क में न जाएं
- बच्चे और बुजुर्ग घर में ही बिताएं ज्यादा समय
- आंख, कान, नाक से जुड़ी बीमारी से ग्रसित मरीज रहें सतर्क
-संक्रमण से बचने के लिए मास्क लगाकर ही निकलें घर से बाहर

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