''सिद्धू दंपति को बचाने के लिए कांग्रेस ने निकाला कैंडल मार्च''

punjabkesari.in Tuesday, Oct 23, 2018 - 09:41 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमनजीत): शिरोमणि अकाली दल और भाजपा को-ऑर्डीनेशन पैनल ने ‘अमृतसर दशहरा का खूनी साका’ के इंसाफ की लड़ाई को जनता में ले जाने का फैसला किया है। शिअद-भाजपा को-ऑर्डीनेशन कमेटी की मीटिंग के बाद में एक सांझा प्रैस कॉन्फ्रैंस में अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्वेत मलिक ने अमृतसर हादसे में इंसाफ की मांग कर रहे 50 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने की सख्त निंदा की। उन्होंने कहा कि जो इंसाफ की मांग कर रहे हैं, उन पर केस दर्ज हो रहे हैं।

इससे साबित होता है कि कांग्रेस सरकार ने दशहरे के खूनी साके में 61 व्यक्तियों की मौत के लिए जिम्मेदार नवजोत सिंह सिद्धू और उसकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को बचाने के लिए इस घटना पर पर्दा डालने की कार्रवाई शुरू कर दी है। बादल ने कांग्रेसी नेताओं द्वारा सोमवार को किए कैंडल मार्च को आड़े हाथों लेते हुए इसे ड्रामा करार दिया। इसके साथ ही इसे पीड़ित परिवारों के जख्मों पर नमक छिड़कने के बराबर बताया। अकाली-भाजपा का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर से मिलेगा और मृतकों के परिजनों के लिए इंसाफ की मांग करेगा। को-ऑर्डीनेशन पैनल ने आरोप लगाया कि सिद्धू जोड़ी द्वारा पीड़ित परिवारों को डरा-धमका कर मुआवजा लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री व खैहरा पर साधा निशाना
बादल ने इस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की हरकतों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि केंद्रीय रेल राज्य मंत्री कुछ ही घंटों बाद मौके पर पहुंच गए थे परंतु मुख्यमंत्री 18 घंटे बाद पहुंचे। उसके बाद अब छुट्टियां मनाने के लिए विदेश चले गए। बादल और मलिक ने ‘आप’ नेता सुखपाल खैहरा द्वारा इस भयानक घटना को ‘छोटा हादसा’ कहने के लिए उनकी सख्त निंदा की और कहा कि खैहरा यह सब अपने दोस्त नवजोत सिद्धू को बचाने के लिए कह रहे हैं। 

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