जी.के. पर हमला: सिखों ने अमरीकी राजदूत से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन

punjabkesari.in Tuesday, Aug 28, 2018 - 11:19 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. पर अमरीका में हुए हमले को लेकर सोमवार को शिरोमणि अकाली दल के शिष्टमंडल ने भारत में अमरीकी राजदूत कैनेथ ईयान जस्टर से मुलाकात की। केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के नेतृत्व में गए शिष्टमंडल ने जी.के. पर हमला करने वालों के खिलाफ  कार्रवाई करने को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा। इस मौके पर अमरीकी राजदूत ने अमरीकी कानून के हिसाब से हमलावरों के खिलाफ  कार्रवाई करने का भरोसा दिया है। 


शिष्टमंडल ने अमरीकी राजदूत को बताया कि सिख फॉर जस्टिस द्वारा सिखों को ही परेशान किया जा रहा है। संगठन के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू का पूरा कानूनी कार्य व्यवहार लोगों में नफरत पैदा करके अपना राजनीतिक तथा आर्थिक उद्देश्य हल करने जैसा है। बादल ने जोर देकर कहा कि पन्नू का काम अवैध वीजा रैकेट चलाते हुए लोगों को फर्जी तरीके से सियासी शरण दिलवाने का है। इसके लिए बाकायदा भारत को बदनाम करने के लिए फर्जी कागजात तैयार करके अमरीका गए भारतीय लोगों को राजनीतिक शरण दिलवाई जाती है। उसके संगठन में ऐसे लोग भी शामिल हैं जिनका कार्य खालिस्तान के नाम पर लोगों को गुमराह करना है लेकिन असल में वह भारतीय सिखों को निशाना बनाने के बाद भारतीय कानून से भगौड़े हैं।

खासकरभारत में वांंछित जसबीर सिंह लुबाणा है जिसने 1984 सिख दंगों की गवाह दर्शन कौर की गवाही को बदलवाने की गुस्ताखी अपने निजी फायदे के लिए की थी। वह इस संगठन के सदस्य के तौर पर कार्यशील है तथा भारत को तोडऩे का सपना देखता है। मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में हरसिमरत कौर बादल ने बताया कि पन्नू नफरत बांटने के नाम पर कानूनी विभाग चला रहा है जिसका लक्ष्य पंजाब की शांति को भंग करके विदेशी शक्तियों के सपने को पूरा करना है। शिष्टमंडल में राज्यसभा सदस्य बलविन्द्र सिंह भूंदड़, पूर्व राज्यसभा सदस्य त्रिलोचन सिंह, दिल्ली कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका, अमरजीत सिंह, अवतार सिंह हित, जसविन्द्र सिंह जौली, जतिन्द्र सिंह शंटी एवं ईशमोहन सिंह जी.के. शामिल थे। 

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