केंद्र की तरफ से किसानों की मौतों का रिकॉर्ड ना होने के दावे पर अकाली दल ने की ये मांग

punjabkesari.in Friday, Jul 30, 2021 - 05:23 PM (IST)

चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल ने आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से आठ पार्टियों की अगुवाई करते हुए मांग की कि वह संसद में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के इस दावे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) का गठन करें कि केंद्र के पास चल रहे किसान आंदोलन में किसानों की मौतों का कोई रिकॉर्ड नही है।

इस संबंध में शिरोमणि अकाली दल, बसपा, एनसीपी, सीपीआई, सीपीआई-एम, आरएलपी, जम्मू एंड कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस तथा शिव सेवा ने लोकसभा अध्यक्ष को एक विरोध पत्र सौंपा। पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा बठिंडा की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने भी कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे कल राष्ट्रपति से मिलने वाले सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल हों, ताकि केंद्र सरकार को निर्देश देने की मांग की जा सके तथा ससंद में तीनों खेती कानूनों को निरस्त करने की चर्चा की जाए।

आज विधानसभा अध्यक्ष को सौंपे गए ज्ञापन का ब्यौरा देते हुए हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि सांसदों ने बताया कि कृषि मंत्री ने यह कहकर गंभीर चूक की है कि केंद्र सरकार के पास किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मौतों का कोई रिकॉर्ड नही है। ‘‘ यह ‘‘अन्नदाता’’के  बलिदानों को भूलाने वाली बात है , जो आठ महीनों से तीनों काले कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं’’। उन्होने कहा कि  कि कृषि मंत्री ने किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 537  किसानों के शहीद होने का स्पष्ट सबूत होने के बावजूद यह दावा करना हैरान करने वाला है।
 

Content Writer

Vatika