CAA का अकाली दल ने किया विरोध, कहा- मुसलमानों को भी शामिल करो

punjabkesari.in Tuesday, Dec 17, 2019 - 02:36 PM (IST)

चंडीगढ़: संशोधित नागरिकता कानून (CAA) का कांग्रेस सहित अधिकांश विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। विद्यार्थियों ने तो देशभर में इसके खिलाफ बड़ा मोर्चा खोल रखा है और राज्यों में हिंसा हो रही है। भाजपा नीत राजग को इस मुद्दे पर उस समय बड़ा झटका लगा जब दो दशक पुराने सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल ने भी इसका विरोध किया। अकाली दल की मांग है कि इस कानून में मुसलमानों को भी शामिल किया जाए। अकाली ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और मुसलमानों को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) से बाहर रखना उचित नहीं है।

कानून के संसद से पास होने पर शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून में धर्म के आधार पर प्रताडऩा सहने वाले शर्णार्थियों को जगह दी गई है लेकिन हमें लगता है कि इसके दायरे में मुस्लिमों को भी लेकर आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोग जो कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आकर सालों से भारत में रहे हैं उन्हें इस बिल के जरिए नागरिकता मिलेगी। उन्हें भी वह सभी अधिकार मिलेंगे जिससे वह अब तक वंछित हैं। लेकिन दूसरा पहलू यह है कि मुसलमानों को शामिल नहीं किया गया है।’

दलजीत चीमा ने कहा है कि हमारी पार्टी का इस मामले में रुख एकदम साफ है। मुस्लिमों को भी इस कानून के तहत फायदा मिलना चाहिए। किसी के भी खिलाफ धर्म के आधार पर अन्याय नहीं किया जाना चाहिए। ऐसे में केंद्र सरकार को मुस्लिमों को भी इसमें शामिल करना चाहिए। गौरतलब है कि नागरिकता कानून का विरोध कर रहे विपक्षी दलों के नेता मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे। विपक्ष की मांग है कि मोदी सरकार इस कानून को वापस ले।

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