अकाली नेताओं के गैंगस्टरों व उम्रकैद काट रहे अपराधियों से संबंधों की होगी जांच : दिनकर गुप्ता

punjabkesari.in Saturday, Dec 28, 2019 - 08:49 AM (IST)

अबोहर(भारद्वाज): पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डी.जी.पी.) दिनकर गुप्ता ने  दिवंगत भीम टांक की माता कौशल्या देवी व इस कांड में गंभीर रूप से घायल होने के बाद नया जीवन पाने वाले गुरजंट सिंह को आश्वासन दिया कि अकाली नेताओं द्वारा इस प्रकरण में कथित रूप से गैंगस्टरों व उम्रकैद भोगने वालों को दिए गए समर्थन के हवाले से इनके संबंधों की गहन जांच करवाई जाएगी। यह आश्वासन  पुलिस मुख्यालय में महानिदेशक गुप्ता से मिलने पहुंचे उस प्रतिनिधिमंडल को दिया गया जिसमें कौशल्या देवी, गुरजंट सिंह जंटा व उसका भाई रणजीत सिंह राणा शामिल थे। साथ ही गुप्ता ने फाजिल्का के पुलिस अधीक्षक भूपिन्द्र सिंह सिद्धू को निर्देश दिया कि अपने स्तर पर इनकी शिकायत के आधार पर जांच प्रक्रिया तुरंत प्रभाव से शुरू करें। 

प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस महानिदेशक को बताया कि 12 दिसम्बर, 2015 को शराब व्यवसायी व तत्कालीन अकाली दल हलका इंचार्ज शिव लाल डोडा के रामसरा गांव स्थित फार्म हाऊस में दलित युवक भीम टांक को फोन संदेश देकर बुलाने के बाद उस पर व उसके साथ गए गुरजंट सिंह जंटा पर डोडा परिवार की फर्मों से संबंध लगभग 2 दर्जन व्यक्तियों ने बर्बरतापूर्वक हमला किया। परिणामस्वरूप भीम ने दम तोड़ दिया जबकि गुरजंट गंभीर रूप से घायल हुआ और 3 माह तक अमृतसर के एक अस्पताल में इलाज के बाद घर लौट पाया। 

मंगलवार को डोडा के एक कथित बैंक फ्रॉड के मामले में अबोहर अदालत परिसर में आगमन पर स्थानीय अकाली नेताओं द्वारा उसका जोरदार स्वागत किया गया और किसी विषय पर गुप्त मंत्रणा भी की गई। इस घटना से स्पष्ट संकेत मिलता है कि अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल और युवा अकाली दल प्रधान विक्रम सिंह मजीठिया अपने दावों के उल्ट अब भी गैंगस्टरों व कातिलों को बचाने का कथित रूप में प्रयास कर रहे हैं। 

स्वतंत्रता सेनानी व 3 बार पार्षद रह चुके कश्मीरी लाल टांक की पुत्रवधू कौशल्या देवी व जंटा ने डोडा की पेशी दौरान बनाई गई वीडियो फिल्म और स्टिल फोटो पेश करते हुए कहा कि बादल परिवार व मजीठिया ने कई बार सार्वजनिक तौर पर कहा कि उनका या अकाली दल का डोडा से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन मंगलवार को जब डोडा को बैंक फ्रॉड के मामले में गुरदासपुर जेल से अबोहर लाया गया तो 2 दिन पूर्व श्री मुक्तसर साहिब में माघी मेले की तैयारी के लिए हुई बैठक में सुखबीर बादल से मुलाकात करने वाले अकाली दल के देहाती सर्कल प्रधान गुरविन्द्र सिंह उर्फ लाउ जाखड़ और शहरी सर्कल प्रधान सुरेश सतीजा सहित कई अकाली नेता डोडा के स्वागत के लिए अबोहर कोर्ट परिसर में पहुंचे। 

पिछले 4 वर्षों से निरंतर अकाली नेताओं का समर्थन व संरक्षण भीम टांक व जंटा को फार्म हाऊस में बुलाकर कातिलाना हमला करने वालों को प्राप्त है। स्थानीय अकाली नेताओं की हरकतों से पार्टी की पोल खुल गई है। गुरजंट ने कहा कि 19 दिसम्बर, 2018 को नं. + 64 66 10 21 13 से वाट्सएप कॉल करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम जयपाल सिंह भुल्लर बताते हुए उसे धमकी दी कि यदि उसने टांक हत्याकांड में अदालती सुनवाई दौरान डोडा के पक्ष में बयान न दिया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसकी रिपोर्ट स्थानीय पुलिस स्टेशन में 8 जनवरी, 2019 को दर्ज करवाई गई थी लेकिन भुल्लर को गिरफ्तार नहीं किया जा सका और स्थानीय नेताओं के उससे संबंधों की छानबीन भी नहीं की गई। व्हाट्सएप कॉल से स्पष्ट संकेत मिलता है कि अतीत में अकाली दल के हलका इंचार्ज रहे शिव लाल डोडा के गैंगस्टरों से कथित निकट संबंध हैं और डोडा को अकाली दल नेताओं का नैतिक समर्थन अब भी प्राप्त है। 

ऐसी स्थिति के कारण दोनों परिवारों के लिए खतरे की घंटी फिर बज उठी है। गैंगस्टरों के इन राजनीतिक संबंधों की उच्च स्तरीय जांच की जाए। उन्हें अंदेशा है कि गैंगवार का संताप कहीं उन्हें न भोगना पड़े। यदि भविष्य में उन पर कोई हमला होता है तो उसके लिए अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल व स्थानीय अकाली नेताओं के साथ-साथ पंजाब सरकार भी जिम्मेदार होगी।  पुलिस महानिदेशक ने आश्वासन दिया कि दोनों परिवारों की सुरक्षा और अधिक कड़ी कर दी जाएगी और उनके द्वारा ज्ञापन में लगाए गए आरोपों की गहन जांच करवाई जाएगी। 

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