प्रधानमंत्री की मलोट रैली से नरादर रहे अकाली सांसद शेर सिंह घुबाया

punjabkesari.in Wednesday, Jul 11, 2018 - 03:58 PM (IST)

जलालाबाद(सेतिया): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मलोट में 11 जुलाई को सम्पन्न हुई किसान कल्याण रैली में लोकसभा हलका फिरोजपुर से अकाली सांसद शेर सिंह घुबाया नरादर नजर आए। यहां उल्लेखनीय है कि मलोट लोकसभा हलका फिरोजपुर का हिस्सा है और अकाली बीजेपी सांसद होने के नाते आम लोगों में इस बात की चर्चा थी कि बादल परिवार के साथ नाराजगी ही सही परन्तु कि शेर सिंह घुबाया नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली रैली में शिरकत करेंगे पर रैली दौरान मंच पर स्पष्ट हो गया कि शेर सिंह घुबाया रैली में नहीं पहुंचे और पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि न्योता पत्र ही नहीं मिला इसलिए उन्होंने रैली में जाना मुनासिब नहीं समझा। 

जानकारी अनुसार लोकसभा हलका फिरोजपुर की सांसदीय सीट पर पिछले 25 सालों से अकाली -भाजपा का कब्जा रहा है क्योंकि तीन बार जोरा सिंह मान इस हलके से सांसद बनते रहे हैं और दो बार शेर सिंह घुबाया इस हलके से मैंबर पार्लियामेंट बने हैं। परन्तु पिछले समय दौरान हलका जलालाबाद अंदर उप मुख्यमंत्री रहे सुखबीर सिंह बादल की शेर सिंह घुबाया के साथ खटास के चलते उनके आपसी रिश्तों में आईं दूरियां किसी से छिपी नहीं रही हैं और यह सिलसिला 2017 के विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला क्योंकि शेर सिंह घुबाया अकाली सांसद होने के नाते किसी भी पक्ष से सुखबीर सिंह बादल की हिमायत करते नहीं नजर आए और दूसरे तरफ शेर सिंह घुबाया का यह कहना था कि उनको पार्टी में मान सम्मान नहीं मिला इस कारण उन्होंने चुप रहना ही मुनासिब समझा। 

यही नहीं 2019 के लोकसभा चुनाव भी नजदीक आ रहे हैं और ऐसी स्थिति में यदि अकाली दल शेर सिंह घुबाया की जगह कोई ओर चेहरे को लाने के लिए तैयारी कर रहा है तो भविष्य में कहीं न कहीं शेर सिंह घुबाया की हिमायत में खड़ी बिरादरी का वोटबैंक पार्टी के ऐसे फैसले को जरूर प्रभावित करेगा। इस संबंधी जब मैंबर पार्लियामेंट शेर सिंह घुबाया के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जितनी देर तक पार्टी की ओर से उन को न्योता पत्र मिलते रहे हैं वह पार्टी के लिए काम करते रहे हैं परन्तु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई रैली दौरान उनको किसी भी पक्ष से न्योता पत्र नहीं मिला और न्योता पत्र न मिलने की सूरत में उनका रैली में जाना मुनासिब नहीं था

Vaneet